सीमा पर भारी गोलाबारी, छह ग्रामीण घायल
जागरण न्यूज नेटवर्क, पुंछ/जम्मू : पाकिस्तान ने सीमा पर अपनी नापाक हरकतें तेज कर दी हैं। पिछले एक सप्
जागरण न्यूज नेटवर्क, पुंछ/जम्मू : पाकिस्तान ने सीमा पर अपनी नापाक हरकतें तेज कर दी हैं। पिछले एक सप्ताह से भारतीय ठिकानों को निशाना बना रही पाक सेना ने अब रिहायशी क्षेत्रों पर गोलाबारी शुरू कर दी है। सोमवार को पाकिस्तान ने सुबह पुंछ जिले के शाहपुर किरनी व साब्जियां सेक्टर में सीमांत इलाकों में 120 एमएम के मोर्टार व राकेट दागे, जिसकी चपेट में आने से एक महिला एसपीओ सहित छह ग्रामीण घायल हो गए। साब्जियां सेक्टर में पाक गोलाबारी से सेना की ओर से किराए पर ली गई पांच दुकानें भी जलकर राख हो गईं। सेना ने इन दुकानों में केरोसिन, डीजल व पेट्रोल रखा हुआ था, जो पूरी तरह नष्ट हो गया। वहीं, भारतीय सेना भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। देर शाम तक सीमा पर गोलीबारी जारी रही। इस बीच गोलीबारी में घायल लोगों को जिला अस्पताल पुंछ में भर्ती करवाया गया है। उधर, जम्मू की अखनूर तहसील के प्लांवाला सेक्टर में भी पाकिस्तान ने रविवार को रातभर गोलीबारी जारी रखी, जो तड़के साढ़े चार बजे तक जारी रही। सीमा पर जारी गोलीबारी से तनाव व लोगों में दहशत का माहौल है। सेना के उच्चाधिकारी स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए हैं।
पाक सेना ने सुबह साढ़े नौ बजे शाहपुर सेक्टर को निशाना बनाना शुरू किया। कुछ समय तक पाक सेना के जवान मशीनगन व एलएमजी से फायर करते रहे। इसके बाद जैसे ही भारतीय सेना ने पाक सेना को मुंह तोड़ जवाब देने शुरू किया तो पाकिस्तान ने रिहायशी क्षेत्रों पर 120 एमएम मोर्टार व राकेट दागना शुरू कर दिए। 12 बजे के बाद पाक सेना ने साब्जियां सेक्टर में भी गोलाबारी शुरू कर दी और सेना की चौकियों के साथ-साथ रिहायशी क्षेत्रों में भी गोलाबारी की। दोनों सेक्टरों में पाक सेना की गोलाबारी लगातार जारी है। वहीं पाक गोलीबारी में घायल लोगों की पहचान उजमा बी व हनीफा बी निवासी गखड़यिां साब्जियां सेक्टर, गुलाम हसन, अरशा बी व महिला एसपीओ शाह बेगम। महिला एसपीओ अपने घर शाहपुर आई हुई थी।
इधर, अखनूर के प्लांवला में पाकिस्तान ने रविवार रात साढ़े दस बजे सीमांत क्षेत्रों पर गोलियां दागना शुरू की थी, जो रात साढ़े बारह बजे तक जारी रही। इसके बाद रात पौने तीन बजे पाकिस्तान ने फिर चक बट्टल, समुआ, चपरियाल, पलाटन व गिगरियाल इलाकों में गोलियां चलाना शुरू कर दी। यह सिलसिला सोमवार सुबह साढ़े चार बजे तक जारी रहा। भारतीय सेना ने इस गोलीबारी का उचित जवाब दिया। सुबह गोलीबारी बंद होने के बाद कई लोग अपनों घर की हालत देखने के लिए गए, लेकिन शाम होने से पहले ही वे कैंपों में लौट आए। अखनूर के 42 गांवों के साठ हजार से अधिक लोग कैंपों में रहने को मजबूर हैं। उधर, आरएसपुरा, रामगढ़, सांबा, हीरानगर व कठुआ में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भले ही गोलीबारी नहीं हो रही हैं, लेकिन लोग रात को घरों में रहने का जोखिम नहीं उठा रहे हैं। क्षेत्रों के हजारों परिवार इस समय कैंपों में शरण लिए हुए हैं।
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सुरक्षा कारणों से अखनूर में लोहे का पुल बंद :
पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए सेना अखनूर सेक्टर में पूरी चौकसी बरत रही है। आशंका है कि आतंकी बारामुला की तरह जम्मू संभाग में भी कोई नापाक हरकत कर सकते हैं। इसी के चलते सोमवार को सेना ने सुरक्षा कारणों से अखनूर में चिनाब नदी पर बने लोहे के पुल को आम लोगों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया।
आज से खुल जाएंगे सीमावर्ती क्षेत्रों के स्कूल :
जम्मू जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में मंगलवार से स्कूल खुल जाएंगे। जम्मू के डिप्टी कमिश्नर सिमरनदीप सिंह ने 29 सिंतबर के आदेश में संशोधन करते हुए स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं। जिन स्कूलों में राहत शिविर लगाए गए है, वे स्कूल बंद रहेंगे और शेष सभी खोल दिए जाएंगे। डीसी ने कहा कि जिन स्कूलों में राहत शिविर लगाए गए है, उनके प्रिंसिपलों और इंचार्ज को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वहां पर सीमावर्ती क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाएं लगाई जाएं। राहत शिविर वाले स्कूलों की संख्या एक दर्जन के करीब है।