प्राणायाम से मन बिल्कुल शात होता है: शास्त्री
संवाद सहयोगी, बिलावर : सुकराला देवी के गुरु आश्रम में जारी आत्म बोध साधना शिविर शनिवार संपन्न हो गया
संवाद सहयोगी, बिलावर : सुकराला देवी के गुरु आश्रम में जारी आत्म बोध साधना शिविर शनिवार संपन्न हो गया। संत सुभाष शास्त्री ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से हम आपको निरंतर ध्यान लगाने की प्रक्रिया समझाते आ रहे हैं। सूर्य उगने से पहले निंद्रा का त्याग कर दें, सोच आदि से हटकर गर्म कपड़ों के आसन पर बैठक कर 25 से 30 मिनट तक प्राणायाम का अभ्यास करें। प्राणायाम वहीं करें जो सरल लगे। जिस साधक को हृदय संबंधी विकार हो, वह सास को रोके नहीं अपितु लेता जाए और छोड़ता जाए। सास लंबा और गहरा लें, क्योंकि कहा जाता है कि लंबे गहरे श्वास लंबी आयु के प्रतीक होते हैं। शास्त्री जी ने कहा कि प्राणायाम के अभ्यास से चित्त बिल्कुल शात हो जाता है और अब आप ध्यान के लिए तैयार है। शिविर में ध्यान की विभिन्न विधियों से अभ्यास कराया है। कीर्तन ध्यान, प्रार्थना ध्यान, नाद ब्रह्म ध्यान इत्यादि का अभ्यास कराया है। इन सबका का अभ्यास न कर केवल एक विधि का अभ्यास करें।
उन्होंने राज्य, राष्ट्र और विश्व शाति के लिए प्रभु चरणों में प्रार्थना की और सभी साधकों को आशीर्वाद दिया।
उन्होंने कहा कि शिविर में ज्ञान प्रसाद के रूप में प्राप्त किया है, उस पर अनुसरण करें। उस पर अमल कर मनुष्य योनि के परम लक्ष्य मोक्ष, आत्म बोध, परमानंद को अवश्य प्राप्त कर लेंगे।