पंतेड़ में आठ दिन बाद आता है पानी
संवाद सहयोगी, बसोहली : तहसील के पंतेड़ गांव में पानी की समस्या को लेकर लोगों ने रोष जताया है। करीब त
संवाद सहयोगी, बसोहली : तहसील के पंतेड़ गांव में पानी की समस्या को लेकर लोगों ने रोष जताया है। करीब तीन हजार आबादी वाले इस गांव में लोगों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।
सोमवार को रोष प्रदर्शन कर रहे वीरेंद्र सिंह पठानिया, शुभ कुमार, राजू जसरोटिया, कुलभूषण सिंह, बलवीर जसरोटिया, जीवन सिंह काटल आदि ने कहा कि वर्ष 2008 में आए भूकंप के कारण बूस्टिंग स्टेशन की दीवारें टूट गई थीं। वहीं बूस्टिंग का डगवेल अब सूखने के कगार पर है। दूसरी तरफ इस बूस्टिंग स्टेशन से आठ लाइनें निकाली गई हैं। पानी कम होने के कारण लोगों के घरों में आठ दिन के बाद पानी की आपूर्ति पहुंचती है। यह पानी भी कुछ मिनट ही आता है।
उन्होंने बताया कि गांव में अगर हैंडपंप व पानी के प्राकृतिक स्रोत न हों तो गांव के लोगों को पलायन करने को मजबूर होना पड़े। हैंडपंप पर रोजाना लोगों की भीड़ लगी रहती है। उन्होंने विभाग से समस्या के समाधान की मांग की है।
इस संबंध में एइइ राजीव सोई का कहना है कि नए सिरे से स्रोतों की पहचान करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी, ताकि लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।