Move to Jagran APP

शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया पूरा

संवाद सहयोगी, महानपुर : कस्बे के बिहानी पुल चौक पर कई प्रकार की सुविधाओं का अभाव है। इस चौक पर न तो

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Apr 2017 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 28 Apr 2017 01:00 AM (IST)
शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया पूरा
शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया पूरा

संवाद सहयोगी, महानपुर : कस्बे के बिहानी पुल चौक पर कई प्रकार की सुविधाओं का अभाव है। इस चौक पर न तो बेहतर पानी की कोई सुविधा है न ही यात्री शेड और न ही शौचालय। परन्तु सबसे ज्यादा समस्या इस चौक पर यात्रियों के लिए शौचालय की बनी हुई है। जबकि इस चौक पर शौचालय बनाने के लिए एक वर्ष पूर्व सासद फं ड से पाच लाख मंजूर हुए थे। जिसके लिए स्थानीय एक व्यक्ति ने भूमि भी दान दी। उसी समय ग्रामीण विकास विभाग ने शौचालय का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। परन्तु एक वर्ष के बाद भी शौचालय का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया तथा आज भी अधर में ही पड़ा है। जिसका लोगों को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिल पा रहा है क्योंकि अभी भी शौचालय का काफ ी काम बाकी है। इसी के चलते लोगों में विभाग के प्रति काफ ी आक्रोश है। इस चौक से हर रोज बिलावर, बसोहली तथा कठुआ के दर्जनों यात्री व निजी वाहन गुजरते है और कुछ देर के लिए सवारियों की अदला-बदली के लिए रूकते भी हैं। इसकेअलावा कई यात्री लघु शका के लिए भी वाहन से उतरते हैं, परंतु शौचालय उपलब्ध न होने पर उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। कस्बे के सबसे व्यस्त चौक पर कई प्रकार की समस्याएं हैं, पानी की समस्या के अलावा यात्री शैड हालाकि भूमि उपलब्ध न होने पर यात्री शेड नहीं बन पा रहा है।

loksabha election banner

वहीं, इस बारे में बीडीओ महानपुर गिरधारी लाल शर्मा ने बताया सासद फं ड में मंजूर पैसे खत्म हो चुके है तथा बकाया काम के लिए पंचायत फं ड का इस्तेमाल किया जाएगा। जिसके लिए प्लान बनाया हुआ है तथा प्लान को मंजूरी मिलने के बाद शौचालय का निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.