डॉक्टरों की कमी दूर करे सरकार
संवाद सहयोगी, बिलावर : जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक उपेक्षा के चलते उपजिला अस्पताल सुविधाओं के घोर अभ
संवाद सहयोगी, बिलावर : जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक उपेक्षा के चलते उपजिला अस्पताल सुविधाओं के घोर अभाव से जूझ रहा है। यहा डॉक्टरों के पद रिक्त होने के साथ मरीजों के लिए दवाइयां भी नहीं है। वीरवार को अत्याचार, भ्रष्टाचार मुक्ति संगठन के कार्यकर्ताओं ने उपजिला अस्पताल के मुख्य ग्रेट पर विरोध प्रदर्शन कर सरकार से डॉक्टरों की कमी जल्द दूर करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष एडवोकेट पंकज बसोत्रा ने कहा कि डॉक्टरों की कमी के कारण उपजिला अस्पताल बिलावर रेफ र अस्पताल बन गया है। यहा सर्जन विशेषज्ञ,बाल रोग विशेषज्ञ,बेहोशी के अलावा कई असिस्टेंट सर्जन और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी के कारण एसडीएच लोगों की परेशानी का सबब बन गया है। यहा तक कि उपजिला अस्पताल में दवाइयों की भी भारी किल्लत है लेकिन शासन प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। जिसके चलते डेढ़ लाख आबादी वाला बिलावर सब डिवीजन की जनता की उपचार के लिए नीम हकीमों पर निर्भर है। उन्होने कहा कि उपजिला अस्पताल के साथ उच्चापिंड, रामकोट, मल्हार, भड्डू पीएचसी का हाल भी ऐसा ही। यहा उपचार के नाम पर लोगों को रेफ रल स्लीप थमा दी जाती है। जो अब बर्दाशत नहीं होगा । यहा दो घटे धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं की बात सुनने कोई अधिकारी न पहुंचने पर गुस्साए कार्यकर्ताओं ने बिलावर- फिंतर रोड को जाम कर दिया। जिसके बाद तहसीलदार विश्वजीत सिंह और एसएचओ सुशील शर्मा मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बात कर उनकी मागे सुनी। यहा कार्यकर्ताओं ने अपना ज्ञापन पत्र उनके माध्यम से मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भेज बिलावर में डाक्टर भेजने की माग की। प्रदर्शनकारियों में मोहिंद्र सिंह, सचिन खजूरिया, बबलू चौधरी, लक्की ठाकुर, रोशन शर्मा, अविनाश खजूरिया,लिपी खजूरिया, अमरजीत सिंह, बिट्टी शर्मा,जगमोहन शर्मा, मुकेश खजूरिया, विक्की कुमार, सचिन शर्मा आदि शामिल थे।