पशु चिकित्सा केंद्र खोला जाए
संवाद सहयोगी, बसोहली : तहसील के गांव सियालग में पशु चिकित्सा केंद्र न होने से ग्रामीणों को पशुओं के
संवाद सहयोगी, बसोहली : तहसील के गांव सियालग में पशु चिकित्सा केंद्र न होने से ग्रामीणों को पशुओं के उपचार में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
गांव के सरपंच हंस राज, वार्ड मेंबर भगवती देवी, मस्त राम, संजय कुमार, नत्थी देवी, जसवंत सिंह व बद्री नाथ का कहना है कि गांव के अधिकतर लोग खेतीबाड़ी व पशुओं पर निर्भर हैं। कई बार किसी बीमारी से पशुओं की मौत होने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है, क्योंकि समय पर उनका उपचार नहीं हो पाता। सरपंच व ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में पशु चिकित्सा केंद्र न होने से लोगों को बसोहली या बनी 50 किलोमीटर दूर पशुओं को लेकर जाना पड़ता है, जिससे कई बार मवेशियों की रास्ते में ही मौत हो जाती है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बहुत से लोग गरीब परिवारों से संबंधित हैं। खेतीबाड़ी व पशुओं के सहारे ही इन लोगों को आजीविका चलती है, जबकि चिकित्सा के अभाव में इनके पशु दम तोड़ देते हैं। ग्रामीण पिछले कई वर्षो से गांव में एक पशु चिकित्सा केंद्र की इमारत बनाने और वहां जल्द एक डॉक्टर नियुक्तकरने की मांग कर रहे हैं ताकि लोगों की समस्या कुछ कम हो सके।