गोलीबारी से हुए विकलांग, मदद की दरकार
संवाद सहयोगी, हीरानगर : सीमावर्ती छन्न लाल दीन गांव के लोग पाकिस्तानी गोलीबारी के साए में जिंदगी बसर
संवाद सहयोगी, हीरानगर : सीमावर्ती छन्न लाल दीन गांव के लोग पाकिस्तानी गोलीबारी के साए में जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं। 3 जनवरी को पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा गांव पर की गई गोलीबारी में फते चंद के परिवार के तीन सदस्य घायल हो गए। उनकी बेटी मधुवाला की बाद में जम्मू जीएमसी में मौत हो गई। उस घटना से गांव के लोग खौफ से उबर नहीं पाए हैं।
ऐसे ही किसान ज्ञान चंद भी हैं, जो 1997 में गोली लगने से घायल हो गए थे और आज भी जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं। उनकी पत्नी माया देवी ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा उस समय अचानक गोलीबारी कर दी थी जिसमें खेत में काम कर रहे उनके पति की पीठ में एक गोली लग गई। जिसके बाद उनका उपचार जीएमसी में चलता रहा। डाक्टरों ने गोली तो निकाल दी, लेकिन वो पूरी तरह स्वस्थ नहीं हुए। अब वो न तो चल फिर पाते हैं और न ही बोल पाते हैं। सरकार द्वारा उनकी कोई मदद नहीं की गई। गोली लगने से विकलांग हुए लोगों को 75 हजार रुपये देने की घोषणा की गई तो उन्होंने फाइल बनाकर तहसील कार्यालय में जमा कराई थी बाद में न तो फाइल मिली न ही मदद। इनके अलावा अन्य कई ऐसे लोग हैं जिन्हें भी मुआवजे की आस है। वहीं, गत दिनों विधायक कुलदीप कुमार ने भी ज्ञान चंद के घर जाकर उनका हाल जाना और हर उचित सहायता उन्हें दिलाने का आश्वासन भी दिया।
वहीं, इस संबंध में एसडीएम सोहन लाल का कहना है कि सीमांत गांवों में बंकर बनाने के लिए प्रपोजल भेजा है। सरकार इस विचार कर रही है। नुकसान की रिपोर्ट भी भेजी गई है।
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क्या कहते हैं गांव के लोग।
पाकिस्तान कब गोलीबारी कर दे इसका कोई भरोसा नहीं। सरकार को घरों में पक्के बंकर बना देने चाहिए। ताकि ऐसे हालातों मे वे वहा छुप सकें। सरकार को इस दिशा में प्रयास जल्द करने चाहिए..नरेंद्र सिंह।
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पहले रेंजर बीएसएफ पोस्टों को निशाना बनाते थे अब मोर्टार चलने लगे हैं। कब किस के घर में गोला गिर जाए लोग डरे रहते हैं। कब गोली किसे निशाना बना दे इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता..ज्ञान चंद ।
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गोलीबारी के कारण बार बार पलायन करना पड़ता है। सरकार को सुरक्षित स्थानों पर शीघ्र प्लाट देने चाहिए। ताकि अपने बुजुगरें व बच्चों को वहां सुरक्षित रख सकें..बुआ दिता।
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बार बार पाकिस्तान द्वारा सीज फायर का उल्लंघन करने से खेतीबाड़ी का धंधा चौपट हो गया है। सरकार को पाकिस्तान पर बात करने के लिए दबाव डालना चाहिए..दर्शन सिंह।