पाक फायरिंग से सीमांत गांवों में दहशत
संवाद सहयोगी, हीरानगर : भारत-पाक सीमा पर आरएसपुरा व अरनिया में पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग के चलते हीरानगर सेक्टर के सीमांत किसानों की चिंता बढ़ गई है। पहाड़पुर से रिगाल तक तारबंदी के आगे धान की फसल नहीं लगी थी। अब किसान गेहूं की फसल लगाने की सोच रहे थे, लेकिन पाक फायरिंग से माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
बॉर्डर यूनियन के प्रधान नानक चंद, भारत भूषण, नायब सरपंच तीर्थ सिंह व सीमा जन कल्याण समिति के तहसील प्रधान सुभाष सिंह का कहना है कि पाकिस्तान इस सेक्टर में कभी भी गोलीबारी कर सकता है। लोग वर्षो से सरकार से सुरक्षित स्थानों पर घर बनाने के लिए पांच-पांच मरले प्लाट देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की योजना ठंडे बस्ते में चली गई है। ऐसे माहौल में वे अपने बच्चों को कहां लेकर जाएंगे। वहीं, जन प्रतिनिधियों को सीमांत गांवों में आने की फुर्सत नहीं है। चुनाव हुए चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन सांसद ने क्षेत्र का दौरा तक नहीं किया है।
बॉर्डर यूनियन के प्रधान नानक चंद ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें सीमांत गांवों की अनदेखी कर रही हैं। अगर क्षेत्र की सुध नहीं ली गई तो यूनियन आंदोलन शुरू कर देगी।