दो माह से नहीं मिला मनरेगा का मेहनताना
संवाद सहयोगी, हीरानगर : मनरेगा के तहत करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद लोगों को पूरा लाभ नहीं मिल रहा है। हीरानगर ब्लॉक के अंतर्गत सैकड़ों मजदूरों का भुगतान पिछले दो माह से बकाया है। दिशा निर्देशों के अनुसार, मजदूरों को 15 दिन के अंदर भुगतान होना चाहिए। क्षेत्र के पंचायत सदस्यों ने मनरेगा में धांधलियों की जांच की मांग की है। सरपंच कांत कुमार व सरपंच भोला प्रसाद का आरोप है कि योजना के अनुसार विभाग ने सामग्री तो खरीद ली, लेकिन मजदूरों का भुगतान दो माह से नहीं हुआ। दिशा निर्देशों के अनुसार मजदूरों को रोजगार भी नहीं मिल पा रहा है। सरपंच कांत कुमार ने बताया कि कूटा पंचायत के 47 मजदूरों ने पहली अपै्रल को काम के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी तक उन्हें काम तो दूर, उनकी मांग ऑनलाइन भी नहीं हुई है। सरपंचों ने कहा कि मनरेगा के तहत लोगों को लाभ मिल सकता है, लेकिन विभाग फंड सही तरीके से खर्च करे। उन्होंने कहा कि सरकार को मामले की जांच करनी चाहिए। एसीडी तिलक राज का कहना है कि मनरेगा के तहत कुछ भुगतान बकाया है, लेकिन कितना है इसका पता आरटीआइ से ही लग सकता है। हीरानगर ब्लॉक से मिली जानकारी अनुसार, मनरेगा के तहत 2 करोड़ 64 लाख रुपये खर्च हुए। 9,876 जॉब कार्ड होल्डरों को 77,185 दिन रोजगार मिला।