पौधरोपण से किया धरा का श्रृंगार
गुलदेव राज, जम्मू पर्यावरण से तो हम बहुत कुछ हासिल करते हैं, लेकिन उसको संरक्षित करने के बजाय कुछ
गुलदेव राज, जम्मू
पर्यावरण से तो हम बहुत कुछ हासिल करते हैं, लेकिन उसको संरक्षित करने के बजाय कुछ लोग नुकसान पहुंचाते रहते हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो पर्यावरण को हर कीमत पर बचाने का बीड़ा उठाए हुए हैं। ऐसे ही लोगों में देवेन्द्र शर्मा हैं, जो सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद लोगों को इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं।
सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने सोचा कि कुछ ऐसा किया जाए, जिससे पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़े। वन और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे। इसी उद्देश्य से उन्होंने युवाओं को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि कंडी क्षेत्रों में कई जगह उनके लगाए पौधे आज पेड़ बनकर लोगों को ठंडी छांव दे रहे हैं। देवेन्द्र तीन वर्षो में डेढ़ से दो सौपेड़ लगा चुके हैं। लोगों को पेड़ों और वनस्पति का महत्व समझाने के लिए उन्होंने वन संपदा नामक एक संस्था भी बनाई है। इसके माध्यम से समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। स्कूलों, कॉलेजों व कॉलोनियों में विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि यह लोग पर्यावरण का प्रहरी बनकर काम करें।
देवेन्द्र का कहना है कि हरेक पेड़ की अहम भूमिका होती है। पीपल का पेड़ हर पल ऑक्सीजन का प्रवाह करता है। पेड़ों से ही भूमि कटाव को रोका जा सकता है। नदी-नालों के किनारों पर भूमि कटाव को रोकने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए जल्दी ही एक और अभियान की शुरुआत की जाएगी।
युवाओं का ग्रुप बनाया जाएगा, जो लोगों को भूमि कटाव के बारे में जानकारी देगा। जम्मू जैसे पठारी क्षेत्रों में भूमि कटाव के प्रति लोगों को जागरूक करना जरूरी है।
देवेन्द्र का कहना है कि जंगल में बेल, बूटियां सब पर्यावरण का हिस्सा हैं। इंसान को इनके महत्व को समझना होगा क्योंकि हर पौधा इंसान से जुड़ा है। जब इंसान इसके फायदों को जान लेगा तो वह संरक्षण के लिए स्वयं आगे आने लगेगा। जम्मू के तवी विहार क्षेत्र में रहने वाले देवेन्द्र पार्को में हरियाली बढ़ाने की दिशा में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके लिए समय-समय पर यहां कार्यक्रम कराए जाते हैं। लोगों में पौधे वितरित किए जाते हैं। पार्क में भी पौधे लगाए जाते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए छेड़ी गई मुहिम में उनका परिवार पूरा सहयोग दे रहा है।