रो¨हग्याओं व बांग्लादेशियों के मुद्दे पर सियासी घमासान तेज
राज्य ब्यूरो, जम्मू : रो¨हग्याओं और बांग्लादेशियों को राज्य से बाहर निकालने के मुद्दे पर सियासी जंग
राज्य ब्यूरो, जम्मू : रो¨हग्याओं और बांग्लादेशियों को राज्य से बाहर निकालने के मुद्दे पर सियासी जंग तेज हो गई है। राजनीतिक पार्टियों ने एक दूसरे को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू कर दी है। गत दिनों पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने रो¨हग्याओं व बांग्लादेशियों को अवैध रूप से बसाने के लिए नेकां-कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने के साथ-साथ पैंथर्स पार्टी पर भी हमला बोला था।
रो¨हग्याओं के बसने पर जम्मू बचाओ आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें भाजपा के नेता भी शामिल हैं। पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह रो¨हग्याओं और बांग्लादेशियों को जम्मू की सुरक्षा के लिए खतरा करार दे चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस को आडे़ हाथ लेते हुए यह भी कहा कि सारे प्रकरण की जांच होनी चाहिए यह लोग किस तरह से यहां आकर बसे हैं। रो¨हग्याओं को बाहर निकालने के मुद्दे पर पैंथर्स आंदोलन चला रही है। जब जितेंद्र सिंह ने पैंथर्स पार्टी को लपेटा तो पार्टी ने अप्रत्यक्ष रूप से डॉ. जितेंद्र सिंह को घेरते हुए सद्दल गांव का मुद्दा जोरशोर से उठाया। हालांकि मुद्दा सद्दल गांव को आदर्श गांव बनाने को लेकर था, लेकिन जितेंद्र सिंह को निशाना बनाया गया। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को गुमराह करना बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा व डॉ. जितेंद्र सिंह को आरोप लगाने के बजाए जमीन पर कार्रवाई करनी चाहिए। जम्मू के लोगों के साथ किए गए वादों को पूरा करने में नाकाम रही भाजपा अब मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। लोग भाजपा से जवाब चाहते है कि रो¨हग्याओं व बांग्लादेशियों के मामले में क्या कर रही है। एक तरफ डॉ. जितेंद्र सिंह कह चुके हैं कि रो¨हग्यां व बांग्लादेशी देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। पीडीपी फिलहाल मामले पर चुप्पी साधे है। जम्मू के आसपास के क्षेत्रों में रो¨हग्या और बांग्लादेशी बसे हुए हैं और इनमें कई के पहचान पत्र, राशन कार्ड भी बन गए हैं। गैर सरकारी संगठन भी इस मामले में कूद गए हैं।