Pulwama Terror Attack: हर तरफ अलर्ट जारी, सीमांत क्षेत्रों की चौकसी बढ़ाई
जम्मू बंद के दौरान नेशनल हाइवे पर यात्री वाहन पूरी तरह से गायब रहे। जहां एक तरफ नेशनल हाइवे पर वाहनों का आकाल पड़ा रहा।
जम्मू, जेएनएन। श्रीनगर के पुलवामां क्षेत्र में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद जिला सांबा में हर तरफ अलर्ट जारी है। जिले के सीमांत क्षेत्रों की चौकसी भी बढ़ा दी गई है और पुलिस के साथ पैरा मिलटरी फोर्स जवानों को हर स्थिति से निपटने के आदेश जारी हैं। अग्रिम सीमांत क्षेत्रों पर जारी अलर्ट से बीएसएफ, सेना व पुलिस को मिलकर अपनी स्तर्कता बनाए रखने के आदेश जारी हैं। वहीं शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी अतिरिक्त पुलिस टुकड़ियों को तैनात रखा गया है। जम्मू बंद के दौरान हुई हिंसक घटनाओं को देखते हुए जम्मू डिविजन जम्मू संजीव वर्मा ने विभिन्न क्षेत्रों में धारा 144 को भी लागू किया है। हालांकि जिला सांबा व उसके साथ लगते इलाकों में धारा 144 का कहीं पर कोई असर देखने को नहीं मिला।
सांबा जिले में शांतिपूर्वक रोष प्रदर्शन हुए और प्रदर्शन करने वाले लोगों ने पाकिस्तान व आतंकवाद के पुतलों को जलाया। जिस तरह से हर तरफ आतंकवाद के खिलाफ लोगों में रोष पैदा हो रहा है, उससे हर जिले में रोष प्रदर्शनों के साथ हिंसक झड़पें होने की आशंका भी बन रही है। जिले की शांति व्यवस्था और धारा 144 को लेकर डीसी सांबा सुषमा चौहान से की गई बात में उन्हाेंने अभी तक किसी नियम को लागू करने की बात नहीं कहीं। उन्होंने कहा कि सांबा में ऐसी कहीं पर भी कोई स्थिती नहीं बनी है, जिससे जिले में इस धारा को लागू किया जाए। अगर कहीं पर किसी कानून व्यवस्था को आंच पहुंचने की बात सामने आएगी तो प्रशासन तुरंत जारी आदेशों का पालन करते हुए उन सभी नियमों को लागू करेगा, जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे।
नेशनल हाइवे पर पसरा रहा सन्नाटा
जम्मू बंद के दौरान नेशनल हाइवे पर यात्री वाहन पूरी तरह से गायब रहे। जहां एक तरफ नेशनल हाइवे पर वाहनों का आकाल पड़ा रहा। वहीं डिविजन के लिंक सड़क मार्ग भी वाहनों की आवाजाही से खाली पड़े रहे। विजयपुर क्षेत्र के स्वांखा रूट, नंदपुर रूट, राडियां रूट, झंग रूट, जख रूट, विजयपुर वाया रामगढ़ रूट, केसो रूट, नंगा रूट पर कोई भी यात्री वाहन नहीं चला। आतंकी हमले के विरोध में व्यापारी वर्ग तथा विभिन्न व्यापार मंडल संगठनाें ने भी अपना कामकाज ठप रखकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाई। हर तरफ हो रहे रोष प्रदर्शनों के चलते सुरक्षा प्रबंध कड़े रहे और पुलिस के साथ पैरा मिलटरी फौर्स जवानों ने अपने मोर्चे संभाले रखे।