पीएससी की नियुक्तियों में जम्मू से भेदभाव बर्दाश्त नहीं
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर पब्लिक सर्विस कमीशन (पीएससी) पर विभिन्न पदों की नियुक्ति करते
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर पब्लिक सर्विस कमीशन (पीएससी) पर विभिन्न पदों की नियुक्ति करते समय जम्मू के युवाओं के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए जेएंडके हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने कहा है कि मौजूदा समय में 80 से 90 फीसद नियुक्तियां कश्मीर संभाग से हो रही हैं। एसोसिएशन के प्रधान सीनियर एडवोकेट बीएस सलाथिया ने शनिवार को हाईकोर्ट परिसर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के प्रोफेसर के पदों समेत अन्य पदों पर जम्मू संभाग को मात्र दस फीसद सीटें मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सरकार के घटक दल भाजपा के प्रवक्ता प्रो. वीरेंद्र गुप्ता को भी पीएससी के इस रवैये के विरोध में खुलकर सामने आना पड़ा। सलाथिया ने कहा कि भाजपा भी मानती है कि पीएससी के मौजूदा अधिकारी जम्मू के साथ इंसाफ नहीं कर रहे। सलाथिया ने कहा कि बार एसोसिएशन एक गैर-राजनीतिक दल है लेकिन इसके बावजूद जम्मू के साथ हो रहे इस भेदभाव पर वे चुप नहीं बैठेंगे। जम्मू का सब्र टूट चुका है और अगर यह भेदभाव बंद नहीं हुआ तो लोगों का गुस्सा ज्वालामुखी बनकर फूटेगा। एसोसिएशन के उप-प्रधान सचिन गुप्ता, महासचिव प्रेम सदोत्रा, सह-सचिव हिमांशु शर्मा व कोषाध्यक्ष चेतन मिसरी ने पीएससी की कारगुजारी पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि पीएससी के कुछ सदस्यों ने योग्य उम्मीदवारों का मेरिट कम करने के लिए आधिकारिक फाइल के साथ छेड़छाड़ की। इस मामले में एफआइआर दर्ज होनी चाहिए थी लेकिन हैरानी की बात है कि किसी भी एजेंसी ने जांच नहीं की। पत्रकार वार्ता के दौरान एडवोकेट सीएम शर्मा, पवन मैनी, रुपेंद्र सिंह, रूप लाल, सुरजीत सिंह व काफी संख्या में बार एसोसिएशन के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।