राज्य के मेडिकल कॉलेजों में 70 पीजी सीटें बढ़ी
राज्य ब्यूरो, जम्मू : स्वास्थ्य मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के मेडिकल कॉलेजों में पीजी की 70 सीटें बढ़ा
राज्य ब्यूरो, जम्मू : स्वास्थ्य मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के मेडिकल कॉलेजों में पीजी की 70 सीटें बढ़ाने को मंजूरी दी है। यह घोषणा दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री बाली भगत की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बैठक में हुई। जारी वित्त वर्ष में राज्य के लिए पीएमडीपी के तहत 50 करोड़ भी मंजूर किए हैं। केंद्र सरकार ने तकनीकी मापदंडों, विद्यार्थी-फैकल्टी अनुपात के आधार पर वर्ष 2017-2018 के सत्र से श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में 37, स्किम्स में 20 व जम्मू मेडिकल कॉलेज में पीजी की 13 सीटें बढ़ाई हैं। इस फैसले के साथ जम्मू मेडिकल कॉलेज को इंसाफ मिला है। जीएमसी में पीजी, नान क्लीनिकल व डिप्लोमा सीटें मिलाकर 158 हो गई हैं। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में इन सीटों की संख्या 148 है। जम्मू मेडिकल कॉलेज में पीजी की पुरानी 80, नई 13, नान क्लीनिकल की 32 व डिप्लोमा 33 सीटें मिलाकर 158 बनती हैं। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पीजी की पुरानी 73, नई 37, नान क्लीनिकल की 16 व डिप्लोमा 22 सीटें मिलाकर 148 बनती हैं। बाली भगत ने बैठक में केंद्रीय मंत्री को राज्य के स्वास्थ्य परिदृश्य, चुनौतियों व जरूरतों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने परिवार कल्याण योजना पर चर्चा करने के साथ डोडा के लिए मंजूर मेडिकल कॉलेज, तीन कैंसर केंद्रों के लिए फंड, ड्रग टेस्टिंग लैब अपग्रेड करने, जम्मू मेडिकल कॉलेज में बर्न वार्ड स्थापित करने व जम्मू व कश्मीर के एम्स को लेकर चर्चा की। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर की स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दे रही है। पीएमडीपी के लिए मंजूर 50 करोड़ की बकाया राशि भी जारी की जा रही है। केंद्र प्रायोजित परिवार कल्याण योजना के तहत स्टाफ के वेतन के लिए भी 44 करोड़ मंजूर किए हैं।
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एम्स के लिए प्रस्तावित स्थलों की जांच करेगी संयुक्त टीम
जम्मू व कश्मीर में एम्स स्थापित करने के लिए चिन्हित की गई जगहों का निरीक्षण करने के लिए जल्द केंद्रीय टीम आएगी जो राज्य के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि संयुक्त टीम निरीक्षण करने के बाद आगे का फैसला करेगी। उन्होंने बताया कि स्किम्स, सौरा व जम्मू मेडिकल कॉलेजों में कैंसर इंस्टीट्यूट स्थापित करने के लिए भी जल्द एक विशेषज्ञों की टीम आएगी जो मौके पर हालात का जायजा लेकर आगे की कार्रवाई करेगी।