सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में शहर के मंदिर
जागरण संवाददाता, जम्मू : आतंकी धमकियों के बीच शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र को शांतिपूर्वक ढंग से मनाने
जागरण संवाददाता, जम्मू : आतंकी धमकियों के बीच शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र को शांतिपूर्वक ढंग से मनाने के लिए जम्मू पुलिस ने रणनीति तैयार कर ली है। जिला पुलिस के अलावा ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी भी धार्मिक स्थलों का दौरा कर वाहन पार्किंग की व्यवस्था को सुचारु करने में जुट गए हैं। सुरक्षा बंदोबस्त को पुख्ता बनाए रखने के लिए शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों की तैनाती शुरू हो जाएगी।
सुरक्षा बंदोबस्त के बारे में एसएसपी जम्मू सुनील गुप्ता ने बताया कि नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ बावे वाली माता के मंदिर में रहती है। धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं को देखते हुए शरारती तत्व किसी वारदात को अंजाम न दे पाए, इसके लिए पुलिस इस बार मंदिर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रही है। नवरात्र के दौरान शहर के विभिन्न धार्मिक स्थलों में लंगर लगाने वाले लोगों को जिला आयुक्त तथा पुलिस विभाग से इजाजत लेना अनिवार्य होगा। बावे वाली माता मंदिर में इस वर्ष भी संयुक्त कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएगा। इनमें पुलिस तथा मंदिर प्रबंधन के सदस्य संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। मंदिर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना होगा। दर्शनों के दौरान भगदड़ से बचने के लिए श्रद्धालुओं को कतारों में खड़ा किया जाएगा। बावे वाली माता मंदिर के अलावा महामाया मंदिर, कौल कंडोली माता नगरोटा, महा लक्ष्मी मंदिर पक्काडंगा, रघुनाथ जी मंदिर, रणवीरेश्वर मंदिर में भी सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है।
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धार्मिक स्थलों के बाहर पार्किंग स्थल चिंहित
जम्मू : एसपी ट्रैफिक रोहित बसगोत्रा का कहना है नवरात्र के दौरान अकसर धार्मिक स्थलों के आसपास वाहन पार्किंग की समस्या बन जाती है। इस बार ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए पार्किंग के लिए स्थान चिंहित किए गए हैं। बावे वाली माता मंदिर के मार्ग पर एकतरफा यातायात की इजाजत दी जाएगी। मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को नरवाल-रैका की ओर जाने दिया जाएगा।