सर्किट हाउस से गाड़ी में निकला था कांस्टेबल
जागरण संवाददाता, जम्मू : मौलाना देहलवी ने इस हमले के पीछे आतंकियों या आइएसआइ के समर्थकों का हाथ ह
जागरण संवाददाता, जम्मू :
मौलाना देहलवी ने इस हमले के पीछे आतंकियों या आइएसआइ के समर्थकों का हाथ होने की आशंका जताई है, जिनके पीछे वह हमेशा बोलते रहते थे। देहलवी ने बताया कि वह साढ़े नौ बजे सर्किट हाउस पहुंचे थे, जहां से उन्होंने कार के ड्राइवर व सुरक्षाकर्मी को रविवार सुबह दस बजे आने का बोल उन्हें वापस भेज दिया था।
मौलाना देहलवी को सर्किट हाउस में छोड़ने के बाद मुहम्मद हनीफ वहां से कार में निकला था, लेकिन ज्यूल चौक पहुंचने के बाद वह कार से उतर कर पैदल ही तवी पुल की ओर चल पड़ा। मौलाना देहलवी ने बताया कि वह साढ़े नौ बजे सर्किट हाउस पहुंचे थे, जहां से उन्होंने कार के ड्राइवर व सुरक्षाकर्मी को रविवार सुबह दस बजे आने का बोल उन्हें वापस भेज दिया था। देहलवी का कहना है कि उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे वह इस हमले का शिकार बनने वाले थे, लेकिन मौका न मिल पाने के कारण उनका अंगरक्षक शिकार बन गया। उन्होंने आशंका जाहिर की कि इस हमले का मकसद उनके दौरे को प्रभावित करना भी हो सकता है।
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सुरक्षा कड़ी, आला अधिकारियों ने संभाले नाके
जागरण संवाददाता, जम्मू :
पुलिसकर्मी से राइफल छीने जाने की वारदात के बाद पूरे शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने चप्पे चप्पे पर नाके लगा दिए। इन नाकों पर जांच का जिम्मा खुद आला अधिकारियों ने अपने हाथ में ले लिया।
पुलिस को आशंका है कि राइफल का दुरुपयोग हो सकता है। इससे किसी आतंकी वारदात को भी अंजाम दिया जा सकता है। इस आशंका को देखते हुए पुलिस कंट्रोल रूम से अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भी नाकों पर बुला लिया गया। वहीं आइजी जम्मू एसडी सिंह जम्वाल का कहना है कि वारदात के बाद एक संदिग्ध को पुलिस ने हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि उसके साथ ही कुछ अन्य ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है, उनके बारे भी जानकारी हासिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।