रोजगार दिलाना ही जीवन का मकसद
सतनाम सिंह, जम्मू पेशे से इंजीनियर और बहुराष्ट्रीय कपंनी में उच्च पद पर आसीन केपी शर्मा ने जम्मू
सतनाम सिंह, जम्मू
पेशे से इंजीनियर और बहुराष्ट्रीय कपंनी में उच्च पद पर आसीन केपी शर्मा ने जम्मू के युवाओं को देश-विदेश में रोजगार दिलाने को ही अपने जीवन का मकसद बनाया है। पिछले सात वर्षो में साढ़े तीन सौ युवाओं को रोजगार दिलवाया है। इनमें अधिकतर युवा आरएसपुरा, बिश्नाह, दबलैड़, जम्मू, सांबा, रामगढ़ व साथ लगते इलाकों से हैं।
जम्मू के आरएसपुरा के दबलैड़ गांव के रहने वाले केपी शर्मा ने कड़ी मेहनत से अपने मुकाम को हासिल किया है। वह शिक्षित युवाओं को बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी की राह आसान करने के साथ ही समाज के कल्याण विशेषकर कमजोर तबके लिए भी सक्रिय होकर काम कर रहे हैं।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पहला इलेक्ट्रोनिक्स स्किल सेंटर को विकसित व डिजाइन करने में अहम भूमिका निभाई है। वह केरल और कर्नाटक में स्किल काउंसिल के सदस्य भी हैं। वह जम्मू में दस से अधिक जागरूकता कैंप लगाकर युवाओं को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास की जानकारी दे चुके हैं।
कौशल विकास को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए शर्मा कहते हैं, मौजूदा दौर में तकनीकी शिक्षा की अहमियत ज्यादा है। जम्मू-कश्मीर के युवाओं को निजी सेक्टर में नौकरियों के लिए बाहरी राज्यों का रुख करना चाहिए। जम्मू के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार दिलाना ही उनका लक्ष्य है।
उन्होंने बीसीए, बीबीए, एमबीए, एमसीए, इंजीनिय¨रग व अन्य कोर्स के कई युवाओं के साक्षात्कार करवा बहुराष्ट्रीय कंपनियों में रोजगार दिलाया है। उन्हें शिक्षा व रोजगार के सहयोग के लिए स्टार न्यूज अवार्ड, गांधी सेवा मेडल, वर्ल्ड क्वालिटी कांग्रेस गोल्ड अवार्ड, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से सर्वश्रेष्ठ पेशेवर अवार्ड, केरल सरकार से सर्वश्रेष्ठ पेशेवर अवार्ड से नवाजा जा चुका है।
इतना ही नहीं, पचास गरीब लड़कियों की शादी के लिए सहयोग, बाढ़ प्रभावित व जरूरतमंद लोगों में दो हजार कम्बल, इंग्लिश सीखने के लिए एक सौ विद्यार्थियों को सहयोग दे चुके हैं। हमेशा समाज कल्याण के लिए सक्रिय रहे शर्मा इस समय बेंगलुरु में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट हैं।