क्राइम सीन से छेड़छाड़, कत्ल को कर रही बयां
मुख्य संवाददाता, जम्मू : आर्मी सप्लाई कोर के क्वार्टर में मेजर अनीता की मौत के बाद मौका-ए-वारदात से
मुख्य संवाददाता, जम्मू : आर्मी सप्लाई कोर के क्वार्टर में मेजर अनीता की मौत के बाद मौका-ए-वारदात से ली गई अलग-अलग तस्वीरों से साफ है कि क्राइम सीन से छेड़छाड़ हुई। तफ्तीश में यह बात सामने आई है कि अनीता जिस बिस्तर पर मृत पड़ी हुई है, उसका सिर अलग-अलग पोजीशन में है। इतना ही नहीं एक तस्वीर में जहां अनीता पर कंबल है तो दूसरी में यह कंबल हटा हुआ है। बेड के पास दो जोड़ी चप्पल भी एक फोटो में दिख रहे हैं, जबकि दूसरे में गायब हैं। अनीता का सिर भी दोनों फोटो में अलग-अलग पोजीशन में है। उसकी कनपटी से निकला खून भी जम चुका है, जो इस बात को बयां करता है कि उसकी मौत काफी पहले हो चुकी थी।
जाहिर है कि अनीता की मौत 14 दिसंबर की रात को हो गई थी, लेकिन अनीता की मां निर्मला कुमारी को इसकी सूचना 15 दिसंबर की रात को दी गई। पुलिस भी देर रात पहुंची। तब तक कोर के अधिकारी अपना खेल कर चुके थे। क्वार्टरों में किसी ने भी गोली की आवाज नहीं सुनी। अनीता की मां पहले ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री से यह गुहार लगा चुकी हैं कि उनकी बेटी का कत्ल कोर में हुए 40 लाख रुपये के चिकन घोटाले का पर्दाफाश करने के कारण हुआ। हालांकि, मामले की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी चल रही है लेकिन सेना के तमाम अधिकारी इसे खुदकुशी साबित करने में लगे हुए हैं। पुलिस भी खुदकुशी के एंगल से पिछले एक माह से तफ्तीश में लगी हुई है लेकिन सेना के अधिकारी किसी भी घोटाले में संदिग्ध को पूछताछ के लिए पुलिस को नहीं दे रहे हैं। फिलहाल यह मामला सीआरपीसी की धारा 174 में फंसकर रह गया है। इस चिकन घोटाले में अनीता ने अपने जवाब में एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक जीसीओ रैंक के अधिकारी का नाम होने का जिक्र किया था। यह पत्र भी अनीता के कमरे से पुलिस को मिला है।
कानून के मुताबिक, क्राइम सीन से छेड़छाड़ एक दंडनीय अपराध है। इसके लिए दस साल की सजा का प्रावधान है। जम्मू के एक प्रचलित मामले एमएलसी के बेटे की हत्या के दौरान भी तत्कालीन एसएसपी ने हत्या में उपयुक्त रिवाल्वर को बदल दिया था। अभी यह मामला कोर्ट के विचाराधीन है।