नगरोटा आतंकी हमले की जांच एनआइए के हवाले
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली/जम्मू : उड़ी और नरसू आतंकी हमलों के बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर स्थित न
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली/जम्मू : उड़ी और नरसू आतंकी हमलों के बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर स्थित नगरोटा सैन्य शिविर में फिदायीन हमले की जांच भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को सौंप दी गई है। जल्द ही एनआइए की टीम नगरोटा सैन्य शिविर का दौरा करेगी। ईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आतंकी हमले में दर्ज जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्राथमिकी के आधार पर नई एफआइआर दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी गई है। इससे पहले हमले की शुरुआती जांच राज्य सीआइडी के काउंटर इंटेलीजेंस विंग (सीआई) को सौंपी गई थी। सीआई के एसएसपी तेजेंद्र सिंह हमले की जांच कर रहे थे।
वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि गृहमंत्रालय की अनुमति मिलने के तत्काल बाद एनआइए की टीम आतंकियों के पास से बरामद सामान के साथ उनके पाकिस्तानी आकाओं से बातचीत के टेप भी कब्जे में लेगी। सैन्य शिविर में आतंकी हमले के चश्मदीद के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। एनआइए की कोशिश आतंकियों और उनके आकाओं की असली पहचान का पता लगाकर उनके खिलाफ पुख्ता सुबूत जुटाने की होगी, ताकि पाकिस्तान पर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाया जा सके। इस बीच, सीआई के एसएसपी तेजेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी के दौरान उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण सुबूत इकट्ठे किए हैं और यह जांच अभी जारी है। सीआई अब तक की हुई जांच को एनआइए को सौंपेगी।
गौरतलब है कि 29 नवंबर की सुबह आतंकियों ने नगरोटा के सैन्य शिविर पर हमला किया था, जिसमें दो मेजर सहित सात जांबाज शहीद हो गए थे। जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकी भी मारे गए थे।
वहीं पांच अगस्त 2015 को ऊधमपुर के नरसू इलाके में बीएसएफ कानवाई पर हुए हमले की जांच भी एनआइए कर रही है। इस हमले में बीएसएफ के तीन जवान शहीद हुए थे। जवाबी कार्रवाई में बीएसएफ ने लश्कर के एक आतंकवादी मोमीन को मार गिराया था, जबकि मुहम्मद नावेद को जिंदा पकड़ लिया था। उत्तरी कश्मीर के उड़ी इलाके में 18 सितंबर को सैन्य शिविर में हुए हमले की जांच भी एनआइए के पास है।
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