सेना की जवाबी कार्रवाई से दिलों को पहुंची ठंडक
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : भारतीय सेना ने गुलाम कश्मीर में घुसकर जिन आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया है
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : भारतीय सेना ने गुलाम कश्मीर में घुसकर जिन आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया है, उसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। आम नागरिक से लेकर पूर्व सैनिक व समाजसेवी सदस्य इस जवाबी कार्रवाई पर सेना प्रमुख व सरकार को बधाई दे रहे हैं।
सेना की ओर से पीओके में की गई कार्रवाई से खुश शहीद परिवारों के अलावा समाजसेवी डॉ. बूटी राम भगत, सुभाष चंद्र, पूर्व सरपंच मोहन सिंह भट्टी, पूर्व सरपंच मंजीत सिंह बिल्ला, पूर्व सरपंच प्रेमपाल चौधरी, पूर्व सैनिक बलदेव राज, करनैल सिंह, प्रीतम सिंह मुलतान सिंह, प्यारा सिंह सहित अन्य लोगों का कहना है कि भारतीय सेना ने 18 जुलाई को शहीद हुए सैनिकों का बदला चुका कर पूरे देश में लोगों के दिलों को ठंडक पहुंचाई है। जब भी भारतवर्ष पर कहीं कोई आपदा आती है तो हमारी सेना हर आपदा को सीने पर लेकर मातृभूमि की रक्षा की है। वर्ष 1965 से लेकर आज तक तक भारतीय सेना ने अपनी बहादुरी व देशसेवा का परिचय दिया है। आज उसी देशसेवा व अपने सहयोगी सैनिकों की शहादत का बदला लेकर भारतीय सेना ने अपनी वर्दी का रंग और रंगीन कर दिया है।
सरहद के समीप सटे गावों के लोगों का कहना है कि कई बार आपदाओं को झेल लिया, लेकिन अब अगर कहीं आपदाओं को चुकाने का एक भी मौका मिला तो हर कोई सेना के समर्थन में चार कदम आगे रख कर अपना सहयोग करेगा।
इसके लिए चाहे आम लोगों को अपने प्राण त्यागने पड़े, लेकिन सेना की वर्दी पर आच नहीं आने दी जाएगी। सेना की कार्रवाई का हर सीमात वासी को शत-शत नमन।