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पितरों को आज किया जाएगा पितृलोक विदा

जागरण संवाददाता, जम्मू : अमावस का अंतिम श्राद्ध करने के बाद शुक्रवार को सूर्य अस्त होने पर महिलाएं भ

By Edited By: Published: Fri, 30 Sep 2016 01:30 AM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2016 01:30 AM (IST)
पितरों को आज किया जाएगा पितृलोक विदा

जागरण संवाददाता, जम्मू : अमावस का अंतिम श्राद्ध करने के बाद शुक्रवार को सूर्य अस्त होने पर महिलाएं भूलोक पर आए पूर्वजों को 'पितृलोक' के लिए विदा करेंगी। पितरों की आत्मा की शांति के लिए पंद्रह दिनों से जारी श्राद्ध तर्पण के अंतिम पितृविसर्जनी अमावस्या को लेकर महिलाओं ने वीरवार को जरूरी सामान की खरीदारी की।

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श्राद्ध तर्पण में नित्य कर्म में जुटे परिजन अपने पितरों की विदाई को लेकर दुख भी महसूस कर रहे थे, लेकिन रीति के अनुसार पितरों की पितृलोक के लिए विधिपूर्वक विदाई आवश्यक होती है। ज्योतिषाचार्य रोहित वशिष्ठ ने कहा कि 'पितृलोक' से आए पूर्वजों की रूहों को प्रसन्न रखने के लिए सुबह सबसे पहले श्राद्ध की रस्म पूरी की जाएगी और देर शाम पवित्र जल अर्पण कर पितरों को विदा किया जाएगा। विधिपूर्वक पितृलोक में पितरों की विदाई से न सिर्फ 'पितरोंकी रूहों' को शांति मिलती है बल्कि उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख-समृद्धि भी आती है।

पितरों की विदाई के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री की खरीदारी के लिए महिलाओं ने बाजार से मिट्टी के छोट-छोटे दीये, रूई से बनी बत्तियों की खरीदारी की। शुक्रवार को अश्विन अमावस के अंतिम श्राद्ध पर उन पूर्वजों का भी तर्पण किया जाएगा, जिनकी तिथि याद नहीं है। इसके बाद महिलाएं सूर्य अस्त के दौरान घर के मुख्य द्वार पर दीये जलाकर पवित्र जल का अर्पण कर पितरों को पितृलोक की ओर विदा करेंगी।


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