स्वास्थ्य केंद्रों में बनेंगे पक्के बंकर
रोहित जंडियाल, जम्मू भारत-पाक के बीच लगातार बढ़ रहे संघर्ष विराम उल्लंघन के मामलों को देखते हुए स्
रोहित जंडियाल, जम्मू
भारत-पाक के बीच लगातार बढ़ रहे संघर्ष विराम उल्लंघन के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने अब सीमांत क्षेत्रों में अपने कर्मचारियों के लिए पक्के बंकर बनाने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत अरनिया सेक्टर से होगी।
गौरतलब है कि आरएसपुरा, अरनिया, अखनूर सहित कई सेक्टरों में पाकिस्तान की ओर से पिछले कुछ महीनों में संघर्ष विराम उल्लंघन के मामलों में बहुत अधिक बढ़ोतरी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के कई केंद्र इन क्षेत्रों में स्थित हैं। इनमें विभाग के डॉक्टर व अन्य कर्मचारी चौबीस घंटे तैनात रहते हैं। गोलीबारी के समय तो विभाग के कर्मचारियों की जरूरत और अधिक रहती है। ऐसे में डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा और भी अहम हो जाती है।
कुछ सप्ताह पूर्व इन क्षेत्रों का स्वास्थ्य मंत्री लाल सिंह ने भी दौरा किया था और इनमें पक्के बंकर बनाने की जरूरत बताई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सबसे पहले अरनिया सेक्टर में स्थित स्वास्थ्य केंद्र में पक्के बंकर बनाने का फैसला किया है। इसके अलावा द्वितीय चरण सेई, पगरवाल, गड़खाल में पक्के बंकर बनाए जाएंगे। स्वास्थ्य निदेशक डॉ. बलजीत सिंह पठानिया ने भी पहले चरण में अरनिया सेक्टर में पक्का बंकर बनाने की पुष्टि की है। उनका कहना है कि अचानक होने वाली गोलाबारी से डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को कोई नुकसान न हो, इसके लिए केंद्र के भीतर ही पक्का बंकर बनाया जाएगा।
गौरतलब है कि सिर्फ जम्मू जिले में ही सीमांत क्षेत्रों में करीब पच्चीस स्वास्थ्य केंद्र हैं। जम्मू के चीफ मेडिकल आफिसर डॉ. रबिंद्र खजूरिया का कहना है कि वे स्वयं इन केंद्रों का लगातार दौरा लगाते हैं ताकि कर्मचारियों को सभी सुविधाएं मिल सकें। स्वास्थ्य मंत्री ने इन क्षेत्रों में तैनात कर्मचारियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा है।
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अलर्ट रहे सभी अस्पताल
जम्मू : गोलीबारी शुरू होते ही सीमांत क्षेत्रो में स्थित सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया था। तीन एंबुलेंसों को मौके पर तैनात किया गया था जो घायलों को वहां से जीएमसी लाते रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रबिंद्र खजूरिया देर शाम तक आरएसपुरा व अन्य स्थानों पर रहे।