उमस भरी गर्मी में बिजली का झटका
जागरण संवाददाता, जम्मू : उमस भरी गर्मी में बिजली कटौती और मुसीबत बन गई है। लोकल फीडरों पर लोड नियंत्
जागरण संवाददाता, जम्मू : उमस भरी गर्मी में बिजली कटौती और मुसीबत बन गई है। लोकल फीडरों पर लोड नियंत्रण नहीं रहने से शहर और आसपास के इलाकों में चौबीसों घटे बिजली का आना-जाना लगा रहता है। इसका सीधा असर जलापूर्ति पर पड़ रहा है।
बुधवार सुबह से शुरू हुई बिजली समस्या के कारण जम्मूवासी परेशान हैं। यह सिलसिला लगातार दूसरे दिन वीरवार को भी जारी रहा। तीन दिन में तापमान में वृद्धि के साथ बिजली की इतनी खपत हो रही है कि ट्रासफार्मर ओवरलोड होते जा रहे हैं। शहर के हरेक क्षेत्र को अघोषित कटौती झेलनी पड़ रही है। गत दिवस जहां सलाल पावर स्टेशन से जम्मू ग्रिड स्टेशन ग्लैडनी आ रही 220 केवीए लाइन में तकनीकी खराबी आने से जम्मू सहित राजौरी व पुंछ जिलों में चार घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद बिजली की आंख मिचौली जारी रही। सुबह तड़के से ही बिजली का आना-जाना लगा रहा, जो देर शाम तक जारी रहा। सुबह तो ग्लैडनी ग्रिड स्टेशन और जानीपुर स्टेशन में मरम्मत कार्य के लिए करीब ग्यारह बजे तक शटडाउन रखा गया था। उसके बाद भी सिस्टम ओवर लोड रहने के कारण अघोषित कटौती का सहारा लेना पड़ा। शहर के कई इलाकों की स्थिति यह है कि वहां हरेक घंटे बिजली सप्लाई देने के बाद दो घंटों के लिए कटौती की जा रही है। रात को बिजली का आना-जाना लगा रहता है। ग्रामीण इलाकों की स्थिति तो और भी खराब है वहां दिन में जहां बिजली की आंख मिचौली चलती है वहीं लोग रात अंधेरे में गुजारने को मजबूर हैं। बिजली की अनियमित सप्लाई के कारण शहर व उसके आसपास के इलाकों में बुधवार सुबह से पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई है। ऐसे में लोगों में बिजली-पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।
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तत्काल कोई व्यवस्था नहीं
तार टूटने, इंसुलेटर जलने, सबस्टेशन में गड़बड़ी आने, ट्रासफार्मर जलने आदि घटनाओं से निपटने के लिए विभाग के पास तत्काल कोई व्यवस्था नहीं है। इस तरह की गड़बड़ियों से निपटने में कम से कम तीन घटे लग रहे हैं।
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लोगों के सहयोग से मिलेगी निजात
भीषण गर्मी के बीच ट्रांसफार्मरों पर लगातार बढ़ रहे लोड के कारण यह समस्या पेश आ रही है। समस्या से निपटने के लिए जहां ओवर लोड फीडरों पर जांच के लिए डिवीजन इंचार्ज को छापामारी के आदेश दिए गए हैं वहीं लोगों को बिजली इस्तेमाल के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाने की तैयारी भी की जा रही है। लोगों के सहयोग से ही इस समस्या पर काबू पाना संभव है।
अजय गुप्ता
चीफ इंजीनियर, पीडीडी