पीएचई के कैजुअल कर्मियों की हड़ताल स्थगित
जागरण संवाददाता, जम्मू : स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले चार दिन से काम छोड़ हड़ताल पर बैठे कैजु
जागरण संवाददाता, जम्मू : स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले चार दिन से काम छोड़ हड़ताल पर बैठे कैजुअल कर्मियों ने पीएचई मंत्री सुखनंदन चौधरी के मागों को पूरा करने के आश्वासन के बाद अपनी हड़ताल को स्थगित कर दिया। राज्य में करीब 25 हजार कैजुअल कर्मचारियों को पक्का करने की मांग को लेकर कर्मी चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे थे।
पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस गांधी नगर में पीएचई मंत्री सुखनंदन चौधरी के साथ ऑल जेएंडके पीएचई आइटीआइ ट्रेंड, सीपी वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों की करीब दो घंटे तक चली बैठक में कर्मियों को यह विश्वास दिलाया गया कि कैबिनेट आदेश 116/4 के तहत नियुक्त किए गए आइटीआइ ट्रेंड कर्मियों को जल्द स्थायी करने की कवायद शुरू की जाएगी। इसके अलावा वर्ष 2005 तक नियुक्ति किए गए कैजुअल कर्मियों, जिनकी जांच प्रक्रिया पूरी कर विभाग ने सूची फाइनांस विभाग को सौंप दी है, उन्हें भी स्थायी किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति गंभीर है। उनका पूरा प्रयास है कि विभाग में काम करने वाले हर एक कर्मी को उसका अधिकार मिले। मंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के बाद नियुक्त कैजुअल कर्मियों के साथ भी पूरा इंसाफ किया जाएगा। सरकार उन्हें स्थायी करने के लिए भी व्यापक नीति बनाएगी। यूनियन के प्रधान तनवीर हुसैन ने कहा कि यदि इस बार भी कर्मियों के साथ अनदेखी हुई तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पर पीएचई मंत्री चौधरी सुखनंदन ने कहा कि मानसून सत्र शुरू होने से पहले सरकार इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर देगी।
बैठक में प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीएचई, चीफ इंजीनियर पीएचई, टेक्निकल आफिसर, सुप¨रटेंडिंग इंजीनियर सहित यूनियन के 12 सदस्य शामिल थे। इससे पूर्व कैजुअल कर्मियों ने चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया।
कर्मियों में खुशी की लहर
जम्मू : पीएचई मंत्री और यूनियन पदाधिकारियों के बीच बैठक की सफलता की सूचना जैसे ही चीफ इंजीनियर कार्यालय में धरने पर बैठे कर्मियों तक पहुंची तो उनमें खुशी की लहर दौड़ गई। कर्मियों को यह विश्वास हो गया कि सरकार उनकी स्थायी नियुक्ति पर जल्द फैसला लेगी। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पिछले चार दिन से चीफ इंजीनियर कार्यालय में डेरा डाले सज्जाद व विनोद ने बताया कि वह पिछले पंद्रह सालों से विभाग में काम कर रहे हैं। पिछले दो सालों से तो उन्हें वेतन भी नहीं मिला है। अब उम्मीद है कि उनसे किए वादे पूरे होंगे। एक दूसरे का मुंह मीठा कराने के बाद कर्मियों ने धरना समाप्त किया। वहीं दूसरे जिलों से आए कर्मी भी अपने घरों को लौट गए।