घर में हो प्राथमिक उपचार की सुविधा
जागरण संवाददाता, जम्मू : ललदद वीमेन वेलफेयर सोसायटी ने डोगरी नुक्कड़ नाटक 'हाय मैं मरी गेई' का मंचन क
जागरण संवाददाता, जम्मू : ललदद वीमेन वेलफेयर सोसायटी ने डोगरी नुक्कड़ नाटक 'हाय मैं मरी गेई' का मंचन कर यह दर्शाया कि घर में कम से कम प्राथमिक उपचार की सुविधाएं जरूर होनी चाहिए। मुट्ठी में मंचित नाटक में बताया गया कि एक दिन अचानक घर की बुजुर्ग महिला नट्टू की दादी दर्द से चिल्लाने लगती है। परिवार के सभी सदस्य जाग जाते हैं, लेकिन घर के किसी व्यक्ति को समझ नहीं आती कि आखिर दादी को क्या हो रहा है। घर में किसी प्रकार कि कोई दवाई भी नहीं होती। किसी को समझ नहीं आता। कोई कहता है कि अधिक खाने से ऐसा हुआ है। कोई कहता है कि सब्जी खाने से दर्द हुई है। सब परेशान होते हैं कि अस्पताल तक कैसे पहुंचा जाए। बार-बार उन्हें यही ख्याल आता है कि अगर घर में दवाई होती तो रात तो चैन से निकल जाती। राम पाल के लिखे एवं नवीन पाल के निर्देशन में मंचित नाटक में बार-बार इस बात पर दबाव बनाया गया कि प्राथमिक उपचार के लिए घर में दवाइयां जरूर होनी चाहिए। इतना ही नहीं हर गाड़ी में प्राथमिक उपचार बाक्स लाजमी है। नाटक में रामपाल, नवीन पाल, सूरज नारायण, संतोष बसोत्रा, बरखा ठाकुर की भूमिका सराहनीय रही।