डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत
जागरण संवाददाता, जम्मू : गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले तीन दिनों के भीतर डॉक्टरों की कथित
जागरण संवाददाता, जम्मू : गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले तीन दिनों के भीतर डॉक्टरों की कथित लापरवाही से मरीज की दूसरी मौत का मामला सामने आया है। वीरवार को नगरोटा के जगटी निवासी एक व्यक्ति की मौत के बाद शनिवार को अस्पताल में उपचार के लिए ज्यौड़िया के बोपुर से आए 86 वर्षीय बुजुर्ग बुद्धी सिंह की मौत पर उनके परिजनों ने इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। उधर, अपनी गलती को छिपाने के लिए बुजुर्ग का उपचार कर रहे डॉक्टरों ने मरीज की फाइल ही गायब कर दी जबकि डॉक्टरों के इस रवैये मृतक के परिजनों में रोष उत्पन्न हो गया। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर प्रिंसिपल घनश्याम देव ने मेडिसीन रजिस्ट्रार डॉ. सुशील पंडिता को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दो दिनों के भीतर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
यह मामला शनिवार शाम को जीएमसी अस्पताल में उस समय पेश आया जब इमरजेंसी वार्ड में भर्ती बुद्धी सिंह की मौत हो गई। बुद्धी सिंह के पोते संदीप सिंह ने बताया कि उनके दादा को पीलिया की शिकायत थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें इमरजेंसी वार्ड में खून की जांच के लिए भर्ती किया था। वार्ड में डॉक्टरों ने उन्हें ग्लूकोज की बोतल में एक इंजेक्शन डाल कर लगाया लेकिन इंजेक्शन से उन्हें रिएक्शन हो गया। इसके तुरंत बाद वह ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के पास पहुंचे तो उन्होंने उन्हें बाहर से एक अन्य इंजेक्शन लाने को कहा और जब वह इंजेक्शन लेकर आए तो डॉक्टर उनके दादा की फाइल लेकर गायब हो गया था। उसके बाद वे दूसरे डॉक्टर को लेकर अपने दादा के पास पहुंचे लेकिन तब तक उनकी हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि उनकी जान नहीं बच सकी। मरीज की मौत के बाद संदीप व उसके साथ आए अन्य परिजनों ने इमरजेंसी वार्ड में हंगामा शुरू कर दिया। बवाल होता देख इमरजेंसी के इंचार्ज डॉक्टर सुजाय महाजन व पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने मृतक के परिजनों को शांत करने का प्रयास किया। परिजनों का कहना था कि फाइल गायब कर डॉक्टर अपनी लापरवाही को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने डॉक्टरों पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया।