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नायक नीरज, मेजर वरदराजन को मरणोपरांत अशोक चक्र

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में जान हथेली पर रखकर आतंकियों के मंसूबों को नाकाम बनाने वाले सेना

By Edited By: Published: Mon, 26 Jan 2015 06:29 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jan 2015 03:41 AM (IST)
नायक नीरज, मेजर वरदराजन को मरणोपरांत अशोक चक्र

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में जान हथेली पर रखकर आतंकियों के मंसूबों को नाकाम बनाने वाले सेना की उत्तारी कमान के जांबाज सैनिकों ने दो अशोक चक्र, तीन कीर्ति चक्र व आठ शौर्य चक्र जीतकर अपनी वीरता का लोहा मनवाया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने वीरता पदकों की घोषणा की।

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जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की शह पर जारी आतंकवाद से लड़ते हुए सेना की 57 राष्ट्रीय राइफल्स के नायक नीरज कुमार सिंह व 44 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर मुकंद वरदराजन को मरणोपरांत अशोक चक्र प्रदान किया गया।

शांतिकाल में सर्वोच्च वीरता सम्मान हासिल करने वाले मेजर मुकंद वरदराजन ने कश्मीर के शोपियां में चुनाव अधिकारी की हत्या करने वाले दो आतंकियों को 24 अप्रैल 2014 को मार कर वीरगति प्राप्त की थी। मेजर मुकंद को अशोक चक्र देने की घोषणा पिछले वर्ष 15 अगस्त को की गई थी।

वहीं, नायक नीरज ने कश्मीर के कुपवाड़ा में दो आतंकियों को मार कर शहादत पाई। दिल्ली में रविवार को उन्हें अशोक चक्र देने की घोषणा की गई। कुपवाड़ा के गुरदाजी इलाके में घायल होने के बाद अंतिम सांस तक लड़े नीरज ने अपने साथियों को बचाते हुए शहादत पाई।

वहीं, कीर्ति चक्र हासिल करने वाले 3 आरआर के कैप्टन जयदेव ने असाधारण वीरता का परिचय देते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। कुपवाड़ा में घुसपैठ को नाकाम बनाते हुए आतंकियों को मार गिराने वाले 15 आरआर के नायब सूबेदार कोष बहादुर गुरुंग को कीर्ति चक्र मिला। वहीं, मरणोपरांत कीर्ति चक्र हासिल करने वाले 14 गढ़वाल के सूबेदार अजय वरदान ने कुपवाड़ा में 13 हजार फीट पर घुसपैठ कर रहे दो आतंकियों को मार कर अंतिम सांस ली।

इसी बीच शौर्य चक्र हासिल करने वाले पेराटूपर बलविन्द्र सिंह ने अरनिया के कठाड़ में हमले करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों से लोहा लिया था। बलविन्द्र जान की बाजी लगाकर उस जगह पहुंच गया जहां छिप कर आतंकी गोलीबारी कर रहे थे। उन्होंने आतंकी को मार कर अपनी जान दे दी।

ठीक ऐसे ही हालात में आतंकियों के मंसूबे नाकाम करने वाले 24 पंजाब के लेफ्टिनेंट कर्नल संकल्प कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र दिया गया। शौर्य चक्र हासिल करने वालों में 4 पेरा के मेजर मुकुल कुमार, 44 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर आशुतोष पांडे, 50 राष्ट्रीय राइफल्स के आर वामशी कृष्णन, जीआर के मेजर विभांशु, 20 महार के नायक स्वरूप कुमार व 3 जैक राइफल्स के राइफलमैन मंगा राम शामिल हैं।

वहीं, इंजीनियर्स आरओ फ्लाइट मेजर अभीजय शौर्य चक्र हासिल करने वाले सेना के नौंवे वीर हैं। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त एयरक्राफ्ट को बरेली के बरतौल गांव में सेना की 54 रेजीमेंट के सैनिक सम्मेलन के ऊपर गिरने से बचाते हुए अपनी जान दी थी।


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