महबूबा तीन साल के लिए फिर बनीं पीडीपी प्रधान
राज्य ब्यूरो, जम्मू। महबूबा मुफ्ती को फिर से तीन वर्ष के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रधान चु
राज्य ब्यूरो, जम्मू। महबूबा मुफ्ती को फिर से तीन वर्ष के लिए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रधान चुन लिया गया है। गांधी नगर स्थित पार्टी मुख्यालय में शनिवार को हुए चुनाव में सांसद तारिक हमीद करा और मुजफ्फर हुसैन बेग ने महबूबा के नाम का प्रस्ताव पेश किया, जिसका अनुमोदन युवराज विक्रमादित्य और रंगील सिंह ने किया। चुनाव के पर्यवेक्षक पूर्व अब्दुल रहमान वीरी ने महबूबा मुफ्ती के प्रधान चुने जाने की घोषणा की। कार्यक्रम में मौजूदा पार्टी के मुख्य संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद व अन्य पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रधान चुने जाने पर महबूबा को मुबारक बाद दी। पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं ने फूल माला पहनाकर महबूबा का स्वागत किया।
प्रधान चुने जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं व डेलीगेटों को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कश्मीरियों पर भरोसा किया जाए। उन्होंने पार्टी के एजेंडे का जिक्र करते हुए कहा कि अफस्पा हटाया जाए, अब आतंकवाद काफी कम हो चुका है। अनुच्छेद 370 का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि राज्य को मिले विशेष दर्जे की हिफाजत की जाए। मुस्लिम बहुल आबादी को ध्यान में रखते हुए हर ¨हदुस्तानी का फर्ज बनता है कि विशेष दर्जे की हिफाजत करे।
भारत-पाक के बीच बातचीत की वकालत करते हुए महबूबा ने कहा कि अमन का पुल बनाया जाए, ताकि जम्मू-कश्मीर में शांति का माहौल कायम हो। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि सीमाओं में बदलाव नहीं लाया जा सकता है, लेकिन दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा तो दिया जा सकता है। हमें जम्मू-कश्मीर को अमन का गलियारा बनाना है। विश्वास बहाली की जरूरत है।
महबूबा ने कहा कि तीस वर्ष पहले मेरे पिता को आरएसपुरा से लोगों ने विजय दिलाई थी। जम्मू-कश्मीर एक छोटा ¨हदुस्तान है। कांग्रेस को भी साथ लेकर हमें दिल व दिमाग के दरवाजे खोलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीडीपी बेहतर पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई है। चुनाव में जनादेश नेकां व कांग्रेस की लूटखसूट के खिलाफ गया है। पीडीपी एक बेहतर विकल्प है। उन्होंने कहा कि हमने अपने दो आम कार्यकर्ताओं को राज्यसभा के लिए चुनाव मैदान में उतारा है। हमारी प्राथमिकता सीएम की कुर्सी नहीं बल्कि राज्य में अमन का माहौल कायम करना है।