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दूसरों पर अंगुली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें उमर : सिंह

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रो. नि

By Edited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 01:10 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jan 2015 01:10 AM (IST)
दूसरों पर अंगुली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें उमर : सिंह

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रो. निर्मल सिंह ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हार से हताश उमर अब्दुल्ला को दूसरों पर अंगुली उठाने से पहले अपने गिरेबान में देखना चाहिए। पहले वह खुद याद करें कि एनडीए के शासनकाल में केंद्र में मंत्री रहते हुए उन्होंने कितने समझौते किए।

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प्रो. सिंह ने कहा कि भाजपा ने आज तक एक बार भी राज्य में सरकार बनाने के लिए नेकां के साथ अपनी तरफ से कोई संपर्क नहीं साधा है। हां, उमर अब्दुल्ला ने अपनी तरफ से जरूर हमारे साथ हाथ मिलाने के लिए कोशिश की है। भाजपा नेता ने यह प्रतिक्रिया नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक प्रमुख उमर अब्दुल्ला के उस ट्वीट पर जताई जिसमें उन्होंने भाजपा और पीडीपी के बीच सरकार के लिए हो रहे गठजोड़ को निशाना बनाते हुए पूछा था कि अफस्पा, पाकिस्तान के साथ बातचीत और पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों के मुद्दे पर किसने समझौता किया है।

प्रो. निर्मल सिंह ने शनिवार को कहा कि लोगों ने नेशनल कांफ्रेंस को पूरी तरह नकार दिया है। हार से उमर अब्दुल्ला हताश हो चुके हैं। इसलिए वह इस तरह की बयानबाजी और ट्वीट कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला भी तो एनडीए की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे हैं। उन्हें पता होगा कि उन्होंने कितने समझौते किए हैं। उन्हें पहले इनके बारे में बताना चाहिए, फिर दूसरों से सवाल करना चाहिए।

भाजपा नेता ने कहा कि हमने कभी भी जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए नेकां के साथ संपर्क नहीं किया है। उमर अब्दुल्ला ने चुनाव परिणाम आते ही हमारे साथ संपर्क करने का प्रयास किया। वह तो कई विवादास्पद मुद्दों पर भी समझौते को तैयार बैठे थे। लेकिन जनता द्वारा नकारी जा चुकी नेकां के साथ हम सरकार कैसे बनाते। पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भाजपा का स्टैंड पूरी तरह स्पष्ट है। इन लोगों को नागरिकता दिए जाने से जम्मू कश्मीर की सांख्यिकी परिवर्तन नहीं होने वाला। सिर्फ अलगाववादी तत्व या फिर सांप्रदायिक सोच के लोग ही ऐसा दुष्प्रचार कर रहे हैं।


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