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शिक्षा से समाज में नैतिक मूल्यों का संचार

रोहित जंडियाल, जम्मू समाज में गुणवत्तापरक शिक्षा की कमी है, जिससे नैतिक मूल्यों में गिरावट आ र

By Edited By: Published: Sat, 20 Dec 2014 02:19 AM (IST)Updated: Sat, 20 Dec 2014 02:19 AM (IST)
शिक्षा से समाज में नैतिक मूल्यों का संचार

रोहित जंडियाल, जम्मू

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समाज में गुणवत्तापरक शिक्षा की कमी है, जिससे नैतिक मूल्यों में गिरावट आ रही है। इससे सामाजिक बुराइयों को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार के रवैये पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं। इसको देखते हुए समाज के कुछ बुद्धिजीवी लोगों ने पहल की और स्वयं ऐसे संगठन की नींव रखी जो समाज को नई दिशा दे सके। अपने विचारों से समाज में क्रांति ला सके। इसके लिए उन्होंने 'शिक्षा' विषय चुना।

सात वर्ष पूर्व डॉ. आरआर खजूरिया ने 2007 में गैर सरकारी संगठन विचार क्रांति मंच का गठन किया। इसका मकसद केवल लोगों को शिक्षित करना ही नहीं बल्कि विचारों के माध्यम से ऐसी क्रांति लाना था, जहां नैतिक मूल्य हो। लोग सामाजिक बुराइयों से दूर रहें। इसमें मंच को दिक्कतें तो आई, लेकिन दृढ़ निश्चय और उनके हौसले के आगे सब समस्याएं पस्त होती चली गई।

मंच ने एक ओर समाज में शिक्षा की लौ जगाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना शुरू किया, वहीं शिक्षा में नैतिक मूल्यों को शामिल करने के लिए सरकार पर दबाव बढ़ाना भी शुरू कर दिया। कई बार वे राज्यपाल व मुख्यमंत्री से भी इस बाबत मिले। उन्हें मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि स्कूलों में नैतिक मूल्यों का विषय शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बकायदा सुबह की प्रार्थना के बाद स्कूलों में दस मिनट के लिए नैतिक मूल्य पढ़ाने के लिए भी कहा था, लेकिन लिखित में कोई आदेश जारी नहीं हुआ।

मंच के पदाधिकारियों ने हिम्मत नहीं हारी और जम्मू विश्वविद्यालय से स्वयं नैतिक मूल्यों पर कोर्स शुरू करने की इजाजत ले ली। दो वर्ष से स्वयं विचार क्रांति मंच इंटरनेशनल छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स करवा रही है। अच्छी बात यह है कि इस कोर्स को करने वालों में डॉक्टर व इंजीनियर भी शामिल हैं। वहीं, उन्होंने बीस स्कूलों को भी गोद लिया है। इनमें दस निजी और दस सरकारी स्कूल शामिल हैं।

इन स्कूलों में बकायदा बच्चों को नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया जाता है और उनकी परीक्षा भी ली जाती है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने उन्हें इजाजत भी दी है। मंच के प्रधान एसएस जैन का कहना है कि उनका मकसद केवल समाज को शिक्षित बनाना ही नहीं है। हम एक विचार लेकर आगे बढ़ रहे हैं और उस समाज का निर्माण करना चाहते हैं, जहां शिक्षा में नैतिक मूल्य हो और सामाजिक बुराइयों को खत्म किया जा सके।

समाज में जागरूकता फैलाने के लिए मंच जहां स्कूलों व कॉलेजों में वाद-विवाद व चित्रकारी प्रतियोगिताएं आयोजित करवाता है। वहीं, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुषों के सिद्धांतों पर लेक्चर भी आयोजित करवाता है। सात वर्ष पहले शुरू हुए इस सफर में विचार क्रांति मंच के साथ चार सौ से अधिक सदस्य जुड़ गए हैं, जो उनके विचारों को समाज में फैला रहे हैं।

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हमारा मकसद समाज को शिक्षित करने के अलावा उसमें नैतिक मूल्यों व आध्यात्म को बढ़ावा देना है। झुग्गियों से लेकर समाज के उच्च वर्ग और हर आयु वर्ग के लोगों को संदेश देना ही हमारा लक्ष्य है।

--एसएस जैन, प्रधान, विचार क्रांति मंच इंटरनेशनल

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