लिखित आदेश तक जारी रहेगा आंदोलन
जागरण संवाददाता, जम्मू : आमरण अनशन के साथ अब कैजुअल व नीड बेसिस कर्मियों के काम छोड़ हड़ताल पर चले जा
जागरण संवाददाता, जम्मू : आमरण अनशन के साथ अब कैजुअल व नीड बेसिस कर्मियों के काम छोड़ हड़ताल पर चले जाने से सरकार की परेशानियां बढ़ने वाली हैं। हड़ताली कर्मी इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक सरकार उनकी मांगों के समर्थन में लिखित आदेश जारी नहीं करती वे आंदोलन जारी रखेंगे।
इस बीच चीफ इंजीनियर पीएचई कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठे योगेश सिंह का स्वास्थ्य बिगड़ने पर मंगलवार सुबह उन्हें भी राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल भर्ती कराया गया। आरएंडबी के अजय डगोत्रा, पीएमजीएसवाइ के नितिन शर्मा और पीएचई के यशपाल सिंह ने अनशन पर बैठ आंदोलन को जारी रखा। स्थायी नियुक्ति नीति और बकाया वेतन जारी करने की मांग कर रहे विभिन्न विभागों के कैजुअल-नीड बेसिस कर्मी मंगलवार को काम छोड़ हड़ताल पर चले गए। कामकाज न कर हड़ताली कर्मियों ने अपने-अपने कार्यालयों के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। बाद में सभी कर्मी चीफ इंजीनियर पीएचई कार्यालय पहुंचे। वहीं, सुबह अचानक अनशन पर बैठे योगेश सिंह बाऊ की तबियत खराब होने पर पुलिस द्वारा उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल भर्ती कराया गया। उसके उपरांत ऑल जेएंडके डिपार्टमेंट कैजुअल लेबर/नीड बेसिस/आइटीआइ ट्रेंड/सीपी वर्कर्स यूनाइटेड फ्रंट के तीन अन्य सदस्य अजय डगोत्रा, नितिन शर्मा और यशपाल सिंह अनशन पर बैठे।
सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे कर्मियों ने कहा कि सरकार की ये चुप्पी कर्मियों में रोष बढ़ाने का काम कर रही है। यही चुनाव घोषित होने से पूर्व सरकार ने उनके भविष्य का फैसला नहीं किया तो आने वाले चुनावों में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। फ्रंट के सदस्य कुलभूषण सिंह, संजीव, दीपक गुप्ता, रंजीत सिंह सहित अन्यों ने सभी कैजुअल-नीड बेसिस कर्मियों से काम न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब तक सभी कर्मी एकजुट होकर सरकार पर दबाव नहीं बनाएंगे, उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी। वहीं सोमवार शाम जीएमसी में भर्ती हुए फ्रंट के चेयरमैन तनवीर हुसैन और अजय कुमार की हालत में अभी सुधार नहीं हुआ है। स्वास्थ्य में सुधार होने तक उन्हें अभी कुछ दिनों के लिए अस्पताल में ही रखा जाएगा।