शहीदों की शहादत पर है गर्व
जागरण संवाददाता, जम्मू : राष्ट्रीय पुलिस दिवस के अवसर पर शहीदों को नमन करते हुए उनके परिजन भावुक हो
जागरण संवाददाता, जम्मू : राष्ट्रीय पुलिस दिवस के अवसर पर शहीदों को नमन करते हुए उनके परिजन भावुक हो गए। उनकी आंखें अपनों की याद में नम हो गई। शहीदी स्मारक में पुष्प चक्कर अर्पित करते हुए 75 वर्षीय गुरुदास राम टूट गए। अपने शहीद बेटे की याद में उनकी आंखों से आंसू छलक गए। गुरुदास राम ने बताया कि 27 दिसंबर 1999 को श्रीनगर के शेरगढ़ी में हुए आतंकी हमले में उनका बेटा कांस्टेबल शिवनाथ शहीद हो गया था। वह मूलत: अखनूर के पहाड़ी वाले गांव के रहने वाले है। बेटे की मौत से जो खालीपन उनके जीवन में रह गया है, उसे भरना कठिन है।
उन्होंने कहा कि बेटी की शहादत के बाद पुलिस अधिकारी उनका हालचाल पहुंचने कभी उनके पास नहीं आए। वहीं, 30 मार्च 2002 को विश्व प्रसिद्ध रघुनाथ जी मंदिर में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए राज्य पुलिस के कांस्टेबल धीरज कोहली की पत्नी ज्योति कोहली को अपने पति की शहादत पर गर्व है। ज्योति कोहली के अनुसार धीरज ने उस आतंकी हमले में अपनी जान गवा कर कई लोगों की जान को बचाया था। बेल्ट फोर्स में होने के कारण पति की मौत होने के बावजूद उन्होंने पुलिस विभाग नौकरी करने का फैसला किया। इन दिनों वह एसडीपीओ जम्मू सिटी वेस्ट कार्यालय में तैनात है। राष्ट्रीय पुलिस दिवस समारोह में ज्योति अपने बेटे चाहत को लेकर पहुंची थी। ज्योति देवी ने बताया कि उनका बेटा चाहत मात्र पांच माह का था जब उनके पति का देहांत हुआ था।
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मोमबत्तिायां जला कर शहीदी
स्मारक को किया रोशन
जम्मू : पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर रेलवे स्टेशन के सामने ने शहीदी स्मारक को शहीदों के परिजनों तथा पुलिस अधिकारियों ने मोमबत्तिायां जलाकर रोशन किया। इस मौके पर आइजीपी जम्मू राजेश कुमार, आइजीपी आर्म्ड शफकत बटाली, डीआइजी आइआरपी विजय संब्याल, डीआइजी जम्मू कठुआ शकील बेग तथा कई अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।