केंद्रीय सहायता के इस्तेमाल पर भाजपा को हो रहा संदेह
राज्य ब्यूरो, जम्मू : मौसम की मार झेल रहे जम्मू-कश्मीर में भाजपा को केंद्र सरकार की सहायता के इस्तेमाल को लेकर राज्य सरकार की नीयत पर शक है। पार्टी को लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दी जा रही सहायता के इस्तेमाल के मामले में जम्मू संभाग से भेदभाव हो सकता है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष व सांसद जुगल किशोर शर्मा ने कहा कि सहायता राशि के इस्तेमाल में पूरी निष्पक्षता बरतते हुए बिना भेदभाव के प्रभावित लोगों के साथ इंसाफ किया जाए।
वह सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने राज्य के लिए एक हजार करोड़ रुपये की विशेष सहायता की घोषणा की है। राज्य सरकार को उसके पास पड़े केंद्र सरकार के डिजास्टर रिस्पांस फंड के 1100 करोड़ रुपये खर्च करने की भी अनुमति है। इसके साथ केंद्र सरकार की ओर से भारी मात्रा में राहत सामग्री भी भेजी जा रही है।
प्रभावित जिलों का दौरा करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में सांसद ने कहा कि राज्य में भारी बारिशों, बाढ़ के कारण भारी तबाही हुई है। ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि वह केंद्र सरकार की ओर से मिली राशि का सदुपयोग कर प्रभावित लोगों को राहत दे। जुगल के संसदीय क्षेत्र जम्मू-पुंछ में प्राकृतिक आपदा में सौ से अधिक मौतों के साथ भारी तबाही हुई है। प्राकृतिक आपदा में जान, माल के साथ बुनियादी ढांचे को भारी तबाही हुई है। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह अधिकारियों की टीमें बनाकर उन्हें जमीनी सतह पर नुकसान का आंकलन करने की जिम्मेवारी सौंपे। लोगों को हुए नुकसान की जल्द से जल्द भरपाई होना जरूरी है।
पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष के साथ मढ़ के विधायक सुखनंदन चौधरी के साथ अखनूर के जिला प्रधान दलजीत सिंह भी मौजूद थे। सुखनंदन चौधरी ने अपने इलाके के गांवों घो मन्हासां, तोप मन्हासां, मकवाल कैंप , सुम्म, लक्ष्मणपुर, ज्वालापुरी, छन्नी, नंदनी, नंदपुर, गणेश चक्क में बाढ़ से खेतों, मकानों, पुलों, सड़कों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों को जल्द सहायता की जरूरत है।