सरपंचों की हत्या के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार : डॉ. जितेन्द्र
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में सरपंचों की हत्या के लिए गठबंधन सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि उन्हें राज्य में दोहरी मार पड़ रही है। न तो सरकार ने उनकी सुरक्षा को गंभीरता से लिया है और न ही उन्हें सशक्तबनाने की कोशिश ही की।
बुधवार को श्रीनगर में संवाददाताओं से भाजपा नेता ने कहा कि संविधान के 73वें संशोधन लागू न कर सरकार ने पंच-सरपंचों को कमजोर किया। इसके कारण वे लोगों के गुस्से का शिकार होने लगे। तीन साल पहले चुनाव होने पर भाजपा ने संविधान के 73वें संशोधन को लागू करने का मुद्दा उठाया था। सरकार ने इसलिए कार्रवाई नहीं की, क्योंकि पंचायतों के फंड सीधे पंच-सरपंचों को जाने लगते।
डॉ. सिंह ने कहा कि इससे बड़ा मजाक क्या हो सकता है कि स्वायत्ताता लागू करने की मांग करने वालों ने पंचायतों की स्वायत्ताता को नजरअंदाज कर दिया। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि नेशनल कांफ्रेंस जैसी पार्टियों ने लोगों को नजरअंदाज कर धारा 370 को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। इस दर्जे के कारण ही पंच-सरपंचों को भी नुकसान हुआ। अपने फायदे के लिए शेख सरकार ने धारा 370 को नजरअंदाज कर सरकार के कार्यकाल को छह वर्ष कर दिया। बाद में इसका लाभ लेते हुए कार्यकाल वापस पांच साल करने से इन्कार कर दिया। अब ये पार्टियां कश्मीर के लोगों को और गुमराह नहीं कर सकती हैं।
संवाददाता सम्मेलन में श्रीनगर से भाजपा के उम्मीदवार फैयाज अहमद भट्ट के साथ मीडिया प्रभारी अल्ताफ ठाकुर भी मौजूद थे।