भगवान परशुराम जयंती पहली मई को
जागरण संवाददाता, जम्मू : वैदिक परंपरा के साथ भगवान परशुराम की जयंती पहली मई को मनाई जाएगी। दो दिवसीय समारोह के अंतिम दिन वैदिक रीति से युवाओं का यज्ञोपवीत संस्कार करवाया जाएगा। समारोह में शामिल होने के लिए जम्मू से ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचेंगे।
समारोह की तैयारियों को लेकर वीरवार को डोगरा ब्राह्माण प्रतिनिधि सभा के सदस्यों की बैठक बुलाई गई। सभा के पदाधिकारियों ने बताया कि पहली मई को भगवान परशुराम, वेद माता गायत्री और माता सरस्वती की मूर्तियों का विधिवत पूजन होगा। इसके अलावा स्थानीय और देश के अन्य राज्यों से आमंत्रित विद्वान पंडित भगवान परशुराम की जीवनी पर प्रकाश डालेंगे। इस मौके पर भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।
अगले दिन दो मई को युवाओं का वैदिक रीति से यज्ञोपवीत संस्कार किया जाएगा। सभा के सदस्यों ने बताया कि जो युवा इस रीति में शामिल होना चाहता है वह 25 अप्रैल तक अपने नाम सभा के कार्यालय में दर्ज करवा सकता है। पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञोपवीत संस्कार की रीति को पूरा किया जाएगा। इसके लिए किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। समारोह में आमंत्रित गण्यमान्य लोग इस दौरान अपने विचार प्रकट करेंगे। महोत्सव के समापन पर भजन-कीर्तन होगा। इसके बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा। पदाधिकारियों ने सभी सदस्यों से समारोह को सफल बनाने के लिए पूरा योगदान देने के लिए कहा।