अगर आपका टाइम मैनेजमेंट होगा ऐसा तो नहीं पड़ेगा पछताना
आप अपना कार्य जितने व्यवस्थित तरीके से करेंगे, काम उतना ही बेहतर और समय पर होगा।
कड़ी प्रतिस्पर्धा के इस दौर में समय के साथ चलना बेहद जरूरी है। अक्सर हम बाद में पछताते हैं कि हमारे पास समय बहुत कम था, इसीलिए काम नहीं कर सके या अच्छा नहीं कर सके...। दरअसल कई बार टाइम मैनेजमेंट ठीक न होने से भी ऐसी दिक्कतें सामने आती हैं। आप अपना कार्य जितने व्यवस्थित तरीके से करेंगे, काम उतना ही बेहतर और समय पर होगा।
1- बनाएं एक फॉर्मेट
हर काम की शुरुआत प्लानिंग के साथ करें। ऑफिस में हों या घर पर, कार्यों की एक सूची प्राथमिकता के अनुसार तैयार रखें। पेपर, मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर पर लिस्ट बनाएं। काम को 3-4 शिफ्ट्स में बांटें। प्राथमिकता के अनुसार उन्हें निपटाएं। कोई काम हो जाने पर लिस्ट से क्रॉस करें ताकि पता चलता रहे कि कितने काम पूरे हुए और कितने नहीं।
2- याद रखें
अपनी एक दिन पहले की एक्टिविटीज को याद करें। यह भी याद करें कि कितनी देर सोए, कितना समय व्यर्थ किया और कितनी देर वास्तव में काम किया। इससे यह जानने में आसानी होगी कि किस काम में आपका ज्य़ादा समय लगा। इसे अगले दिन मैनेज करने की कोशिश करें।
3- बदलाव ज़रूरी है
हर काम को बेहतर बनाने में समय के साथ बदलाव की भी ज़रूरत होती है। अगर ऐसा लग रहा हो कि योजनाबद्ध ढंग से काम कर रहे हैं, फिर भी समय से काम नहीं हो रहा है तो कार्यशैली में बदलाव लाएं। अगर एकदम से कोई ज़रूरी काम आ गया हो तो उसे भी अपनी लिस्ट में शामिल करें। काम की गति बढ़ा दें।
4- निर्धारित तय सीमा
ध्यान रखें कि किस काम को पहले करना है और किसे बाद में। अगर कोई काम बहुत ज़रूरी है तो उसे पहले पूरा करें। जब आप फ्री हों तो ई-मेल्स, जरूरी कॉल्स या मेसेज भेजने जैसे कामों को निपटाएं और अपना समय बचाएं।
5- लक्ष्य पर हो ध्यान
हो सकता है कि आपके पास ढेर सारा काम हो लेकिन जो भी काम करें, उसे पूरे परफेक्शन और फोकस के साथ करें। एक समय में एक काम पर ही फोकस रखें। इससे न सिर्फ आपका टाइम बचेगा बल्कि एनर्जी की भी बचत होगी। हो सकता है कि एक काम के दौरान दूसरा काम आ जाए, ऐसे में जिस काम की डेडलाइन पहले हो, उसे निपटाने में ही समझदारी है।
6- आत्म विश्लेषण
टाइम मैनेजमेंट के टिप्स आजमाने के बाद आत्म विश्लेषण भी करें। प्लानिंग के हिसाब से काम कर सके या नहीं, दिन बीतने के बाद इसका मूल्यांकन जरूर करें। गलतियों को ध्यान में रखें और कोशिश करें कि वे दोबारा न हों।
एक नज़र
-चैटिंग, फेसबुक, ई-मेल या टीवी जैसे कामों का समय तय कर काफी समय बचा सकते हैं।
-प्राथमिकताएं तय करें, जो काम ज़रूरी है उसे तुरंत करें और जो बाद में किया जा सकता है, उसके लिए समय तय करें।
-काम याद रखने के लिए फोन पर रिमाइंडर लगाएं या अलार्म सेट करें।
-काम ज्य़ादा है तो जिम्मेदारियों को भी सौंपें। इससे आपका वर्कलोड कम होगा और आपके काम की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
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