सही लाइफस्टाइल के लिए ये मंत्र देंगे आपको नई ऊर्जा
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि खुशी का खजाना हमारे आपके अंदर ही छिपा है, जरूरत है तो बस पहचानकर उसे बाहर निकालने की..
यह तो आपने भी अक्सर सुना ही होगा कि अगर हम अपने अंदर खुशी नहीं तलाश सकते तो वह हमें कहीं और नहीं मिलेगी। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि खुशी का खजाना हमारे आपके अंदर ही छिपा है, जरूरत है तो बस पहचानकर उसे बाहर निकालने की..
सही हो लाइफस्टाइल
लाइफस्टाइल सेट करने का सबसे बेहतर तरीका है कि अपनी दिनचर्या निर्धारित करें। इसके लिए जरूरी है कि सुबह समय पर उठें अर्थात जल्दी जग जाएं। इसके बाद कुछ देर पैदल टहलें। साथ ही शरीर के लिए आवश्यक अन्य व्यायाम अवश्य करें, जैसे मेडिटेशन, अनुलोम-विलोम, कपालभांति आदि-आदि। इसके बाद अपनी सुविधानुसार पौष्टिक नाश्ता जरूर करें। यह तो आपको भी पता ही होगा कि छह-सात घंटे की नींद के बाद शरीर में ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए नाश्ता बहुत जरूरी है। अपनी दिनचर्या और जरूरत के हिसाब से लंच करें। हेल्थ एक्सपट्र्स का कहना है कि दिन में हर चार-पांच घंटे के अंतराल पर फल, नट्स या अन्य पौष्टिक स्नैक्स आदि अवश्य लेती रहें। बहुत देर तक खाली पेट न रहें। अधिक समय तक खाली पेट रहने से शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। रात में समय से डिनर करें। इस दौरान हल्का और सुपाच्य भोजन लें। रात में अपने सोने का एक निश्चित समय तय करें। ऐसा न हो कि आधुनिक गैजेट्स के फेर में आप देर रात तक उन्हीं में उलझी रहें। ऐसा करने पर आप सुबह समय पर नहीं उठ पाएंगी। नतीजतन आपकी पूरी दिनचर्या प्रभावित हो जाएगी।
बहस से बचना
यह तो आपको भी मालूम ही होगा कि सार्थक बहस करने से एक-दूसरे के विचारों को समझने में आसानी होती है। दूसरी ओर आपने यह भी सुना होगा कि बड़े-बुजुर्ग हमेशा से कहते आए हैं कि निरर्थक बहस किसी काम की नहीं होती है। इसलिए निरर्थक बहस से हमेशा बचना चाहिए। साथ ही धर्म और राजनीति जैसे संवेदनशील मसलों पर बहस करने से कोई फायदा नहीं होता। इसलिए बहस करने से पहले सौ बार सोच-विचार कर लेना चाहिए।
प्रियजनों से मुलाकात
लगभग हम धर्म में इसके अवसर मुहैया कराए गए हैं कि आप समय-समय पर अपने प्रिय लोगों से मुलाकात कर सकें। ढेर सारे त्योहा और अन्य अवसर भी शायद इसीलिए बनाए गए, ताकि आप अपने आत्मीय लोगों से मुलाकात कर सकें। याद रखिए जब आप अपने करीबी लोगों से मिलती हैं तो जिंदगी की स्थितियों को अलग तरीके से देखने का नजरिया पैदा होता है। आप अपनी भावनाओं को अपने प्रियजनों से खुलकर व्यक्त कर पाती हैं। लोगों से मिलने-जुलने पर आपके अंदर विषम स्थितियों से भी जूझने का जज्बा पैदा होता है। इस दौरान अपने दिल की बात खोलकर कह पाती हैं और खुलकर हंस पाती हैं। यह तो आपको पता ही होगा कि खुलकर हंसने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
टाइम मैनेजमेंट
टाइम मैनेजमेंट एक कला है और यह ऐसी कला है, जिसको जिस किसी ने सीख लिया, उसको सही ढंग से जीने का सलीका आ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपने टाइम मैनेजमेंट की कला सीख ली तो आपकी सारी समस्याएं आसानी से हल हो जाएंगी। इसके लिए प्रतिदिन अपने दिनभर के कार्यों की प्राथमिकता के आधार पर सूची बनाएं। फिर इसके हिसाब से कार्य पूरे करती जाएं। इससे न तो आपका कोई काम पेंडिंग रहेगा और न ही एक साथ ढेर सारे काम करने का दबाव रहेगा। अगर आपकी सूची में लिखित कोई काम आपको बहुत मुश्किल लग रहा है तो इसके लिए अपने किसी विश्वसनीय व्यक्ति की मदद ले सकती हैं।
मस्ती भी जरूरी है
जिंदगी को सही ढंग से चलाने के लिए जिस प्रकार से आपका रोजाना घर-बाहर के काम करना जरूरी है, ठीक उसी प्रकार से रोजाना कुछ देर मौज-मस्ती भी जरूरी है। इससे काम करने के दौरान जो एकरसता पैदा हो जाती है, उससे निजात मिल जाती है। नतीजतन आपको और अधिक उत्साह से कार्य करने के लिए नई ऊर्जा मिलती है। आप चाहे कामकाजी हों या गृहिणी, आप कितनी भी व्यस्त क्यों न रहती हों। प्रतिदिन अपनी मौज-मस्ती के लिए थोड़ा सा समय अवश्य निकालें। इस दौरान आप अपने मनपसंद कामों को अंजाम दे सकती हैं। मसलन मनपसंद संगीत सुनना, किताबें पढ़ना, डांस करना, कविता-कहानी लिखना...। यह लिस्ट आपकी रुचि अनुसार कुछ भी हो सकती है।
अपनी इच्छाएं कम करें
किसी ने शायद सही ही कहा है कि आपकी इच्छाएं और अपेक्षाएं जितनी ज्यादा होंगी, आपकी जिंदगी उतनी ही मुश्किल होती जाएगी। इसके विपरीत ये जितनी कम होंगी, आपकी जिंदगी उतनी ही बेहतरीन होगी। अपनी इच्छाओं और लालसा पर जितना अधिक काबू रखेंगी, जिंदगी उतनी ही सुगम होती चली जाएगी। आत्म नियंत्रण के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी इच्छाओं और लालसा पर विराम लगाएं। इससे आपकी जिंदगी कठिनाइयों से बची रहेगी।
तनाव का क्या काम
आजकल घर हो या बाहर हर जगह किसी न किसी प्रकार की कुछ न कुछ टेंशन रहती ही है। हेल्थ एक्सपट्र्स का कहना है कि टेंशन हमारी सेहत के लिए बहुत हानिकारक है। तनाव की वजह से न केवल हमारा ब्लडप्रेशर असंतुलित होता है, बल्कि यह हमारी मानसिक क्षमता पर भी विपरीत असर डालता है। तनाव की वजह से हमारी नींद भी प्रभावित होती है। पर्याप्त नींद न लेने के कारण त्वचा अपनी कोशिकाओं की मरम्मत नहीं कर पाती। नतीजतन असमय एजिंग प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
अतीत को भुला दें
अगर आपके जीवन में कभी कोई अप्रिय घटना घटित हुई है या अतीत की कोई कड़वी याद है तो उसे हर समय अपने कंधे पर लादकर न चलें। अतीत को भुला देना ही श्रेयस्कर रहता है। मनोवैज्ञानिकों का भी कहना है कि अतीत में उतना ही जाएं, जितने से आपकोसही प्रेरणा मिले। अगर आप अतीत के बारे में बहुत ज्यादा सोचती रहेंगी तो यकीन मानिए कि आप वर्तमान का सुख नहीं उठा पाएंगी। इसलिए अतीत में उतना ही समय गुजारें, जिससे आपका वर्तमान न प्रभावित हो।
टहलना है जरूरी
मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना है कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम प्रतिदिन कुछ समय अवश्य टहलें। इस मामले में कोताही बिल्कुल नहीं बरतनी चाहिए। प्रतिदिन टहलना अपनी आदत में शुमार कर लें।
-इला शर्मा
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