इन आसान तरीकों से करें अपने वार्डरोब को मैनेज
स्त्रियों की सबसे बड़ी परेशानी होती है हर सुबह ऑफिस के लिए तैयार होना। ऑफिस में कोई विशेष ड्रेस कोड लागू न होने पर कपड़े सेलेक्ट करना खासी चुनौती भरा काम हो सकता है।
अलमारी में कपड़ों का अच्छा-खासा कलेक्शन होना अकसर परेशानी का सबब बन जाता है। कई कंपनियां अपने एंप्लॉइज़ के लिए ड्रेस कोड निर्धारित कर देती हैं, वहीं कुछ में लोग इस नियम से स्वतंत्र होते हैं। जानें ऑफिस ड्रेस सेंस के कुछ टिप्स, जिनसे आपका व्यक्तित्व और भी आकर्षक दिखने लगेगा।
-प्रतिदिन कपड़ों के सेलेक्शन के झंझट से बचने का आसान तरीका है कि हर दिन के लिए कोई कलर या थीम निर्धारित कर ली जाए। वीकेंड पर प्रयोग कर सकती हैं।
-कपड़े, फुटवेयर व एक्सेसरीज़ अपने प्रोफेशन के हिसाब से ही चुनें।
-मैनेजमेंट क्षेत्र वालों के लिए फॉर्मल्स (शर्ट के साथ ट्राउज़र्स या स्कर्ट) बेहतर रहेंगे। उसके साथ ज्यूलरी पीस के बजाय घड़ी पहनें।
-रचनात्मक क्षेत्र वालों के अटायर से भी रचनात्मकता झलकनी चाहिए। इससे काम पर फोकस करना आसान रहता है। इसका सकारात्मक प्रभाव काम पर तो पड़ेगा ही, ऊर्जा भी बरकरार रहेगी। एक्सेसरीज़ और फुटवेयर्स में भी प्रयोग कर सकती हैं।
-अकसर फील्ड पर रहने वालों को फुल स्लीव्स के कपड़े पहनने चाहिए, जिससे कि धूप से बचा जा सके।
-मशीनरी ऑपरेट करने वालों को हमेशा लूज़ कपड़े पहनने चाहिए, जिससे कि वे आराम से काम कर सकें।
-टीचिंग लाइन या बैंकिंग सेक्टर में होने पर साड़ी या सूट जैसे परिधान बेहतर रहेंगे।
-शूज़, सैंडल या दूसरे फुटवेयर पहनते समय हमेशा अपनी सुविधा का खयाल रखें।
-मौसम के अनुसार वॉर्डरोब में बदलाव करती रहें। फैशन तभी अच्छा लगता है जब वह आपको सूट कर रहा हो।
अपने ऑफिस के माहौल, अपनी उम्र व पद को ध्यान में रखते हुए ही अपनी वॉर्डरोब व्यवस्थित करें।
एंप्लॉयर्स भी रखें ध्यान
-अगर एंप्लॉइज़ के लिए ड्रेस कोड पॉलिसी लागू कर रहे हैं तो उसे हर किसी के लिए एक जैसा रखें। उसमें भेदभाव न करें।
-ड्रेस कोड में अचानक से बदलाव करने पर कोशिश करें कि सभी एंप्लॉइज़ से उस बाबत बात कर लें।
-स्त्री व पुरुष, दोनों को ही ड्रेस कोड की श्रेणी में शामिल करें, मसलन स्त्रियों के लिए बिज़नेस ड्रेस पहनना अनिवार्य हो तो पुरुषों को टाई।
सखी फीचर्स