Move to Jagran APP

क्या करे क्या न करे

घर को सुंदर और आरामदेह बनाने की तमन्ना कौन नहीं रखता! लेकिन कई बार हम घर सजाने में यह भूल जाते है कि हम इंटीरियर डिजाइनर नहीं, जो यह जानते हों कि हमारे विचार कितने सही है या कितने गलत। कई बार हम ज्यादा पैसा खर्च करके भी वैसी ही सजावट नहीं कर पाते, जिसकी कल्पना हमने की थी। हमारी सलाह मानें और ध्यान दें कुछ आवश्यक हिदायतों पर।

By Edited By: Published: Tue, 24 Sep 2013 01:15 PM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2013 01:15 PM (IST)
क्या करे क्या न करे

घर को सुंदर और आरामदेह बनाने की तमन्ना कौन नहीं रखता! लेकिन कई बार हम घर सजाने में यह भूल जाते है कि हम इंटीरियर डिजाइनर नहीं, जो यह जानते हों कि हमारे विचार कितने सही है या कितने गलत। कई बार हम ज्यादा पैसा खर्च करके भी वैसी ही सजावट नहीं कर पाते, जिसकी कल्पना हमने की थी। हमारी सलाह मानें और ध्यान दें कुछ आवश्यक हिदायतों पर।

loksabha election banner

क्या करे

1. अपनी योजना लिखकर नोट करें। कमरे के आकार, विंडो साइज तथा लोकेशन का ध्यान रखते हुए सोचिए कि इंटीरियर के लिए कौन से रंग और स्टाइल आपको रखने है। खरीदारी करते समय इस प्लान को साथ रखें।

कुछ समय निकालें और इंटीरियर पत्रिकाओं, टीवी शोज या इंटरनेट से कुछ नई जानकारियां हासिल करे।

2.अपने कमरे का फोकल पॉइंट ढूंढिए जैसे फायरप्लेस, बाहर दिखने वाला स्थान, बेड या कोई अन्य स्थान ।

3. केवल सोच कर नहीं, लिख कर डिजाइन करे। जैसे वुड का कौन सा टोन किस मोटिफ के साथ चाहिए, उसमें कैसे दरवाजे किस डिजाइन के साथ चाहिए।

4. अपनी सजावट के निर्णय को सही रूप में जानने के लिए एक पीस हर चीज का लें और उनकी योजना बना कर देखें कि कैसा लगेगा।

5. टाइलों और फैब्रिक में सबसे ज्यादा पैसा निवेश करना पड़ता है। इसलिए इनका चयन पहले कर लें। पेंट का चुनाव बाद में करे।

6. समय मिलते ही सजावट के बड़े सामान पहले खरीदें जैसे कालीन, परदे, सोफे आदि। उसी से मेल खाते रंग और स्टाइल चुनें। दूसरों की राय को भी शामिल करे।

7. पैट‌र्न्स को आपस में मिक्स एंड मैच करे। बड़े डिजाइन को छोटे के साथ, बड़े चैक को छोटे चैक के साथ, प्लेन को स्ट्राइप के साथ तथा सादे को ज्यामितीय डिजाइन के साथ। इनसे विविधता के साथ सुंदरता भी नजर आएगी।

8. खाली जगह को नैचरल प्लांट्स या डेकोरेटिव आइटम से सजाएं।

9. फर्निश्िाग और व्यवस्था से पहले यह सोच लें कि इस कमरे का उपयोग कौन और कैसे करेगा। जैसे डाइनिंग रूम के एक हिस्से में ही आपकी स्टडी भी है तो आपको डाइनिंग टेबल के अलावा वहां टेबल-कुर्सी के साथ रैक और लाइटिंग की सुविधा भी चाहिए।

10. नए प्रयोग करें जरूर लेकिन समझदारी से।

11. जब आकार, कलर, पैटर्न और फैब्रिक की योजना बना रही हों तो दोहराने के सिद्धांत को याद रखें।

12. काम के अनुसार ही लाइटिंग की व्यवस्था बनाएं। लाइट नियंत्रण से आप कमरे की सजावट में मूलभूत परिवर्तन कर सकती है।

13. जैसी आपकी गुंजाइश हो उतनी बेहतरीन क्वालिटी का फर्नीचर खरीदें। जिससे लंबे समय तक ये सजावट कायम रह सके।

14. कंट्रास्ट का इस्तेमाल करे इससे स्पेस का सही रूप उभर कर आएगा। फर्नीचर पर इस्तेमाल होने वाली एक्सेसरीज में विविध रंगों का इस्तेमाल करे।

15. बातचीत के क्षेत्र के बीच 8 से 14 फिट का अंतर रखें।

16. अंतिम रूप देने से पहले एक बार उसका अंदाजा अवश्य लगा लें। 17. खुले स्थान पर कहां क्या बिछाना है उसकी व्यवस्था करें।

18. संतुलन और सही व्यवस्था के लिए जोड़े में सामान रखें।

19. सजावट को आकर्षक बनाने के लिए छोटा, बड़ा व सबसे बड़ा या ऑड या इवन नंबर में सामान रखें।

20. फॉर्मल कमरे में सभी चीजें समान व्यवस्था में रखें। फर्नीचर और एक्सेसरीज को व्यवस्थित कर रखें।

21. कम महत्वपूर्ण चीजों को पीछे रखें।

22. टैक्स्चर में भिन्नता को शामिल करें जैसे नर्म, रफ, चमकदार और डल फिनिश। इससे घर सुरुचिपूर्ण दिखेगा। 23. अपने कमरे को स्टाइल देने के लिए लाइन का इस्तेमाल करें। हॉरीजोंटल लाइन लंबाई को बढ़ावा देने के साथ ठंडक का एहसास कराती हैं। वर्टिकल लाइंस ऊंचाई को तथा डायग्नल लाइंस से ऊर्जा और उत्साह मिलता है।

24. अपने कमरे को कोई थीम दें। उसी के अनुसार सामान व एक्सेसरीज से सजाएं।

25. यदि इंटीरियर के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं है तो विशेषज्ञ की सलाह लें।

अभी नहीं, कभी नहीं

1. आपका घर आपका निजी है। इसकी जिम्मेदारी किसी अन्य पर मत डालिए। यदि सलाह लेना चाहती हैं तो ले लें, लेकिन निर्णय केवल आपका ही होना चाहिए।

2. पेंट का कलर बाद में चुनें। पहले कारपेट, फर्निशिंग और एक्सेसरीज को खरीदें।

3. पेंट के संबंध में यह भी याद रखें कि एक छोटे से टुकड़े पर रंग देख आप अंदाजा नहीं लगा सकतीं कि वह कैसा लगेगा। इसलिए हमेशा एक बड़े टुकड़े को पेंट कर अंदाजा लगा लें। 4. पहली दुकान से ही खरीदारी न करें। एक बार घूम कर बाजार का अंदाजा ले लें। कोई चीज लैंप की रोशनी तथा दिन में वह कैसी लगेगी यह भी ठीक से जांच लें।

5. लाल रंग का पेंट का डिब्बा भी उतने का ही आएगा जितना सफेद का। इसलिए अपनी पसंद के साथ समझौता न करें। ऐसा रंग चुनें जिससे आपका व्यक्तित्व उभर कर आए तथा आपका तारतम्य घरेलू पसंद की चीजों से बैठ सके।

6. अपनी पसंद के रंग से घर की सारी दीवारें न भर दें, बल्कि पसंदीदा रंग से हाइलाइट करें। बेस कलर कुछ और रखें। यह न सोचें कि रिलेक्स करने वाले कमरे को आप अपने पसंदीदा लाल रंग से पेंट करवाएंगी तभी आपको आराम मिलेगा। ब्ल्यू और ग्रीन भी ठंडक और रिलेक्स करने वाले रंग हैं। जिस कमरे में एक्शन ज्यादा है या जो बच्चों का कमरा हो उसे रेड और ऑरेंज से कलर करें। ऐसी कलर स्कीम तय करें जिससे उस कमरे का वातावरण आपका मनचाहा बन सके।

7. उन रंगों को न भूलें जो संयोजन में साथ निभा सकते हैं। हलके और चटख रंगों के मेल से कमरा आकर्षक लगता है। यदि व्हाइट कलर चाहती हैं उसे ब्ल्यू या ऑरेंज के साथ मिक्स एंड मैच करा सकती हैं।

8. यदि आपके पास विकल्प है तो सोफा टेबल और चेयर को साथ-साथ मत रखिए। कमरे में कला का प्रदर्शन तथा फर्नीचर की सेटिंग महत्वपूर्ण जगहों के हिसाब से करें।

9. कमरे की सजावट ऐसी करें कि आपका फर्नीचर चलने-फिरने में बाधा न पहुंचाए।

10. कभी भी बाहरी आकर्षण से प्रभावित होकर फर्नीचर न खरीदें। सबसे पहले उसकी क्वालिटी देखें। क्लासिक अंदाज देने के लिए क्वालिटी से समझौता न करिए।

11. दूसरों के इंटीरियर से प्रभावित होकर अपने बजट से खिलवाड़ न करें। ट्रेंड समय के साथ बदलते रहते हैं। कोशिश करें कि ऐसे पीस चुनें जो लंबे समय तक उपयोगी और आकर्षक लगें।

12. पुराने तथा नए फर्नीचर को दुकान की तरह मत भर लीजिए। पुराने को कुछ नया रंग-रोगन करा उसे कमरे के बाकी सामान से मेल खाता रूप दें। पेंट, पॉलिश और फैब्रिक का रंग बदलकर आप यह कर सकती हैं। 13.यदि कोई आइटम आपके उपयोग में नहीं आने वाला तो उसे खरीदने की भूल मत करिए। अपने पैसे का सही और महत्वपूर्ण कामों के लिए इस्तेमाल करना सीखें।

14. यदि आपके पास जगह की कमी है और जरूरत भी नहीं है तो ऐसे पीस को जो भले ही पैतृक संपलि में मिला हो, मत रखिए। यह घर आपका है इसलिए इसे अपने तरीके से सजाएं। 15. ऐसा कुछ भी जो आपकी आंखों को अच्छा नहीं लग रहा, उसे तुरंत दूर कर दीजिए।

16. अपने घर को संग्रहालय मत बनाइए। कुछ चुनी हुई चीजें ही रखिए। यदि आपके पास स्थान की कमी है तो थोड़े-थोड़े समय बाद चीजों की अदला-बदली करते रहिए।

17. केवल दीवारों को रंगने और फर्नीचर कमरे में लगाने से ही सजावट नहीं होती। उन विवरणों को भी जानने की कोशिश कीजिए जो आपको इंटीरियर के स्टाइल और उसकी बारीकियां बताए। जैसे आकर्षक लैंप खोजें, किताबों को सफाई से लगाएं, सजावटी रंगीन कुशन, महकते फूलों और मोमबलियों से सजाइए। सजाना एक कला है। अपने घर का इंटीरियर ऐसा करें जो आपको ही नहीं मेहमानों को भी लुभाए।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.