Move to Jagran APP

गुस्से ने प्यार बढ़ाया

मेरी शादी हुए कई साल बीत गए हैं। इन वर्षो में कई बार और काफी नोकझोंक हुई है। यह कुछ समय पहले की बात है इनकी तबियत थोड़ी खराब थी और यह बात-बात पर गुस्सा हो जाते थे। दो दिन तक तो मैं चुप रही, लेकिन तीसरे दिन मुझे भी गुस्सा आ गया और मैंने इनसे बोलना छोड़ दिया। पहले क

By Edited By: Published: Mon, 15 Sep 2014 11:18 AM (IST)Updated: Mon, 15 Sep 2014 11:18 AM (IST)
गुस्से ने प्यार बढ़ाया

मेरी शादी हुए कई साल बीत गए हैं। इन वर्षो में कई बार और काफी नोकझोंक हुई है। यह कुछ समय पहले की बात है इनकी तबियत थोड़ी खराब थी और यह बात-बात पर गुस्सा हो जाते थे। दो दिन तक तो मैं चुप रही, लेकिन तीसरे दिन मुझे भी गुस्सा आ गया और मैंने इनसे बोलना छोड़ दिया। पहले कभी लड़ाई होती थी तो थोड़ी देर बाद ही हम एक-दूसरे से बोलने लगते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। कुछ भी कहना होता तो हम बच्चों का ही सहारा लेते।

prime article banner

एक दिन मुझे पता चला कि इनके चाचा जी की तबियत बहुत खराब है। शाम को जब ये घर आए तो मैं बहुत देर तक तो चुप रही। फिर मुझे लगा कि इन्हें चाचाजी की तबियत की बात बता देनी चाहिए। मैंने इन्हें पूरी बात बताई और फिर घर के काम में लग गई। कुछ देर बाद यह मेरे पास आकर बोले, इतना गुस्सा भी क्या होना। आजकल जिंदगी का क्या भरोसा। इसलिए हमेशा खुशी से रहना चाहिए। इतना कहकर इन्होंने मुझे गले से लगा लिया। थोड़ी देर बाद मेरा बेटा मेरे पास आकर बोला कि आप पापा से बोलने लगी। उसकी बात सुनकर हम सब हंसने लगे।

(लता उप्रेती, इलाहाबाद)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.