शिशु को पहले छह माह सिर्फ स्तनपान
जागरण संवाददाता, ऊना : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ऊना के सौजन्य से एक होटल में शिशु एवं बच्च
जागरण संवाददाता, ऊना : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ऊना के सौजन्य से एक होटल में शिशु एवं बच्चों की आहारपूर्ति (फी¨डग) परामर्श एवं वृद्धि नियंत्रण विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को इसका शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश दड़ोच ने किया। इस प्रशिक्षण कार्यशाला के दो बैच लगाए जाएंगे। प्रथम बैच 27 व 28 फरवरी तथा द्वितीय बैच में एक व दो मार्च को विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों से आए चिकित्सा अधिकारियों तथा क्षेत्रीय अस्पताल, ऊना के चिकित्सा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सेमिनार में बताया कि भारत में अधिकतर माताएं शिशुओं को स्तनपान कराती हैं मगर इनमें से बहुत सी महिलाएं पहले कुछ महीनों में शिशुओं को स्तनपान के साथ उपरी पदार्थ जैसे पानी, ग्लूकोज व शहद आदि प्रदान करती हैं। यह आदत न केवल शिशु को मां के सर्वोत्तम दूध से दूर करती है बल्कि उन्हें स्वास्थ्य के जोखिम में भी डालती है। हर एक बच्चे को जहां तक हो सके जीवन के शुरुआत के पहले छह महीने तक पूरी तरह से स्तनपान और इसके बाद भी अगले दो वर्षों तक पर्याप्त एवं संपूर्ण आहार के साथ स्तनपान जारी रखना चाहिए। डॉ. प्रकाश दड़ोच ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर को कम करना है। इस अवसर पर जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. निखिल, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुखदीप ¨सह सिद्धु व डॉ. प्रवीन चौधरी, एसएमओ. डॉ. राम पाल, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलराम धीमान, सहित विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी कांता ठाकुर तथा स्वास्थ्य शिक्षक गोपाल कृष्ण उपस्थित रहे।