एक अध्यापक के जिम्मे पांच कक्षाएं
राकेश राणा, बंगाणा उपमंडल बंगाणा के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला में च
राकेश राणा, बंगाणा
उपमंडल बंगाणा के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के तहत राजकीय प्राथमिक पाठशाला में चालीस बच्चों के फूलों से सजी बगिया को महकाने का जिम्मा एक माली यानी शिक्षक के ऊपर है। ग्राम पंचायत डीहर की प्राथमिक पाठशाला में पांच कक्षाओं को एक ही अध्यापक पढ़ा रहा है। पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से जेबीटी की जिले में भर्ती इसलिए नहीं की गई थी कि जिले में जेबीटी शिक्षकों की संख्या सरप्लस चल रही है लेकिन धरातल पर देखा जाए तो जिले में कई ऐसे स्कूल हैं जो सिर्फ एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। शिक्षा विभाग सरप्लस का बहाना बनाकर सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर को और गिरा रहा है। जिन स्कूलों में पांच कक्षाओं को पढ़ाने के लिए एक ही अध्यापक हो और उसके ऊपर शिक्षा प्रदान करने के अलावा अन्य कई प्रकार के कार्य थोपे गए हों तो उन स्कूलों में शिक्षा का स्तर कैसा होगा। वर्तमान समय में हर एक कक्षा को पढ़ाने के लिए एक शिक्षक होना अति आवश्यक है लेकिन ऐसा नहीं है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। इस कारण सरकार की ओर से क्षेत्र के कुछ स्कूलों पर ताले भी लटका दिए हैं। विद्यालय में एक अध्यापक होने के कारण अभिभावकों में भी शिक्षा विभाग व सरकार के खिलाफ भारी रोष है। अभिभावकों ने सरकार से मांग की है कि स्कूल में जल्द से जल्द अध्यापकों के पदों की पूर्ति की जाए। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में स्टाफ की कमी है जिस कारण कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजना शुरू कर दिया है।
वर्जन
विद्यालय में शिक्षकों की कमी का मामला ध्यान में है। जल्द ही विद्यालय में शिक्षकों के पद भर दिए जाएंगे।
-एचआर गुलेरिया, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ऊना।
यह मामला मीडिया के माध्यम से मेरे ध्यान में आया है। जल्द से जल्द शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिलकर स्टाफ की कमी को पूरा करवाने का प्रयास किया जाएगा।
-वीरेंद्र कंवर, भाजपा विधायक विस क्षेत्र कुटलैहड़।