हिमोत्कर्ष ने की महिलाओं, बच्चियों की मदद
जागरण संवाददाता, ऊना : हिमोत्कर्ष संस्था ने साधनहीन महिलाओं की मदद को हाथ बढ़ाए हैं। अमोदिनी महिला स
जागरण संवाददाता, ऊना : हिमोत्कर्ष संस्था ने साधनहीन महिलाओं की मदद को हाथ बढ़ाए हैं। अमोदिनी महिला सशक्तीकरण प्रकल्प के तहत कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें जिला की चयनित 60 महिलाओं को निशुल्क राशन वितरित किया। मुख्यातिथि एसपी ऊना अनुपम शर्मा, महंत सर्वदा गिरी महाराज, आक्षी शर्मा व स्वतंत्रता सेनानी सत्यमित्र बख्शी ने पात्र महिलाओं को एक-एक हजार रुपये का राशन प्रदान किया। पैलेस के मालिक एमके बस्सी, सचिन बस्सी व सांची बस्सी के सौजन्य से 60 महिलाओं को एक-एक कंबल भी प्रदान किए गए। आक्षी शर्मा व महंत सर्वदा गिरी महाराज ने 47 पात्र बच्चियों कों स्वेटर, अभ्यास पुस्तिकाएं व वजीफा प्रदान किया। परिषद के प्रदेशाध्यक्ष कंवर हरि ¨सह ने अमोदनी राशन वितरण प्रोजेक्ट व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान तथा परिषद द्वारा चलाई जा रही अन्य गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मंच संचालन करते हुए परिषद के जिलाध्यक्ष करणपाल ¨सह मनकोटिया ने सभी का स्वागत किया। हिमोत्कर्ष के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राणा शमशेर ¨सह, नरेश सैनी व प्रदेश महासचिव ठाकुर यशपाल ¨सह ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में ओम भुजिया भंडार की तरफ से सभी को रिफ्रेश¨मट भी उपलब्ध करवाई गई। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिक लाला फकीर चंद आंगरा, कुलदीप दयाल, पार्षद विजय आंगरा, नरेश सैणी, इंद्रजीत ¨सह, निशांत कुमार, शिव शशि कंवर, नरेंद्रजीत ¨सह राणा, चंद्रशेखर शर्मा, यशपाल ¨सह ठाकुर, कर्णपाल ¨सह मनकोटिया, जयगोपाल शर्मा, मो¨हद्र कुमार वर्मा, डॉ. बृजमोहन शर्मा, बीके धीमान, सचिन बस्सी, मदन लाल शर्मा, प्रवीण कुमार, एनआर भाटिया, मदन लाल शर्मा, पूजा कपिला, बल¨वद्र गोल्डी, राजकुमार पठानिया, शिव कुमार, संजय शर्मा, राजीव भनोट, जितेंद्र कंवर, मु¨नद्र अरोड़ा, ओम प्रकाश शर्मा, रंजु, प्रवीण, अंकिता, मीना ठाकुर सहित अन्य उपस्थित थे।
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बेटियां बचाने में आगे आएं लोग
कार्यक्रम के दौरान महंत सर्वदा गिरी महाराज ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों को बचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बेटियां समाज का अभिन्न अंग हैं तथा बेटियों का बेहतर पालन-पोषण करने के साथ-साथ उन्हें शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। बेटी के शिक्षित होने से तीन परिवार शिक्षित होते हैं। बेटा-बेटी के भेद को समाप्त करने में आगे आएं। उन्होंने गर्भावस्था में ¨लग परीक्षण के बढ़ते प्रचलन को समाज विरोधी व धर्म विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कानूनन भी जुर्म है तथा महिलाओं को इस के विरुद्ध आवाज बुलंद करनी चाहिए