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व्यवस्था सुधारने में जुटा मंदिर न्यास

संवाद सहयोगी, ¨चतपूर्णी : सीमित संसाधन और वर्षों से एक ही ढर्रे पर चल रही व्यवस्था से सावन अष्टमी मे

By Edited By: Published: Sat, 30 Jul 2016 01:02 AM (IST)Updated: Sat, 30 Jul 2016 01:02 AM (IST)
व्यवस्था सुधारने में जुटा मंदिर न्यास

संवाद सहयोगी, ¨चतपूर्णी : सीमित संसाधन और वर्षों से एक ही ढर्रे पर चल रही व्यवस्था से सावन अष्टमी मेले में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं दे पाना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। ऐसा तब है जब मेले में हर साल मां के भक्तों की संख्या में तेजी से वृद्धि दर्ज हो रही है। यदि मेला सफल रहता है तो श्रेय संचालकों को जाता है और कमी रह जाती है तो व्याख्या भी हर कोई अपने ढंग से करता है और कहीं न कहीं दोष न्यास की कार्यप्रणाली को भी दिया जाता है। इसलिए एडीएम राजेश मारिया, अम्ब के एसडीएम सुनील वर्मा व मंदिर अधिकारी सुभाष चौहान पर्दे के पीछे रहकर भी मेले को सफल बनाने के लिए दिन में चौदह से सोलह घंटे काम कर रहे हैं।

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बात चाहे अस्थायी शौचालयों के निर्माण की हो या पेयजल समस्या से निपटने की, पंक्ति व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाने का प्लान हो या समनोली बाईपास की हालत सुधारने का प्रयास, मंदिर न्यास की टीम ने व्यक्तिगत रुचि लेकर मेले से पहले उपजी समस्याओं को सुलझाने का सफल प्रयास किया है। इतना ही नहीं पार्किंग, ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन जैसे कई मुद्दे हैं जिन पर भी सीमित स्टाफ के साथ मंदिर अधिकारी जुटे हुए हैं। नारी-¨चतपूर्णी, जवाल और धर्मसाल महंता में पंचायत प्रतिनिधियों के असहयोग के बाद जब अस्थायी शौचालयों का निर्माण नहीं हो रहा था तो मंदिर अधिकारी ने खुद हस्तक्षेप कर ग्रामीणों के सामने न्यास का पक्ष रखा। परिणाम यह रहा कि अस्थायी शौचालयों के निर्माण में आ रही बाधा दूर होने लगी है। इस क्षेत्र में न्यास की यह कवायद धरातल पर देखने को मिलेगी।

समनोली बाईपास व तलवाड़ा बाईपास की हालत सुधारने के लिए मंदिर न्यास ने बचनबद्धता दिखाई है और मेले से पहले इस मार्ग के सुधरने के आसार लग रहे हैं। मंदिर न्यास की टीम के सकारात्मक प्रयासों का लाभ श्रद्धालुओं व न्यास को मिलता दिखाई दे रहा है। यह टीम उच्चाधिकारियों को मेले से पहले व्यवस्था और प्लान की पूरी फीडबैक दे रही है। इसका असर यह हुआ है कि मेले से पहले ही व्यवस्था में काफी हद तक सुधार देखने को मिला है। ऐसी स्थिति में अगर मेले की कमान संभालने वाले प्रशासनिक अधिकारी मंदिर न्यास द्वारा बनाए गए रोड मैप पर चलते हैं तो न सिर्फ उन्हें व्यवस्था को बनाए रखने में आसानी होगी बल्कि श्रद्धालुओं को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

एसडीएम सुनील वर्मा व मंदिर अधिकारी सुभाष चौहान का कहना है कि उन्हें मां के चरणों में अगर काम करने का मौका मिला है तो वह इसे व्यर्थ नहीं जाने देंगे। मां के भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए प्रयासरत रहेंगे।

भिखारियों पर कसा शिकंजा

शुक्रवार को ¨चतपूर्णी में प्रशासनिक टीम ने भिखारियों पर पूरी तरह से शिकंजा कस दिया। मेले से पूर्व बड़ी संख्या में भिखारियों ने धार्मिक नगरी में डेरा डाल दिया था। इससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। शुक्रवार दोपहर बाद एसडीएम अम्ब सुनील वर्मा व मंदिर अधिकारी सुभाष चौहान के नेतृत्व में एएसआइ निखिल व उनकी टीम ने होमगार्डो के साथ त्वरित कार्रवाई करते हुए भिखारियों को ¨चतपूर्णी क्षेत्र से खदेड़ दिया। कुछ भिखारियों को गाड़ी में भरकर दूरदराज के स्थानों पर छोड़ा गया। मंदिर अधिकारी ने बताया कि मेले में अकसर भिखारियों के भेष में असामाजिक तत्व भी सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में प्रशासन द्वारा यह कदम उठाना आवश्यक था।


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