नहीं आया किराये का डॉक्टर, टले ऑपरेशन
जागरण संवाददाता, ऊना : प्रदेश सरकार के अहम मंत्री के गृह जिले में स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त न हों। लो
जागरण संवाददाता, ऊना : प्रदेश सरकार के अहम मंत्री के गृह जिले में स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त न हों। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़े या मरीजों के ऑपरेशन रद हो जाएं, यह बात सुनने में ही अटपटी सी लगती है। लेकिन यह सच है और क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में लोगों को ऐसी ही समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है।
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के दो एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. विवेक और डॉ. विनीत प्रकाश बीमार हैं। अस्पताल प्रशासन ने डॉ. बडियाल को अनुबंध आधार पर जैसे-तैसे काम चलाया था। बताया जाता है कि डॉ. बडियाल भी इमरजेंसी केसों को ही निपटा पाते थे। इसके अलावा बाकी मरीज खुद ही किसी निजी अस्पताल या प्रदेश के दूसरे बड़े सरकारी अस्पताल में जाना बेहतर समझते थे। अस्पताल में ऐसी व्यवस्था काफी लंबे समय से चल रही है। अब सवाल यह उठता है कि प्रदेश सरकार में अहम स्थान रखने वाले मंत्री को क्या इसकी जानकारी नहीं थी या फिर उन्होंने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। कारण जो भी रहे हों लेकिन जिले के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्र बताते हैं कि वीरवार को भी क्षेत्रीय अस्पताल में कुछ ऑपरेशन रखे गए थे। इनमें कुछ ऑपरेशन तो गर्भवती महिलाओं के भी थे, लेकिन ऐन वक्त पर एनेस्थीसिया विशेषज्ञ उपलब्ध न हो पाने पर ऑपरेशन नहीं हो पाए। इससे मरीज का दर्द तो बढ़ा ही, लेकिन उनके तीमारदारों को भी मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
उधर, कार्यकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. निखिल शर्मा ने बताया कि एनेस्थीसिया विशेषज्ञ की दिक्कत तो है। दो विशेषज्ञ बीमार हैं, अनुबंध पर एक विशेषज्ञ अस्पताल में सेवाएं दे रहा था। वो भी वीरवार को किसी कारणवश नहीं आ पाए। इस वजह से ऑपरेशन नहीं हुए। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल में एनेस्थीसिया विशेषज्ञ न होने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। जब तक दोनों डॉक्टर ठीक होकर ड्यूटी पर नहीं पहुंचते हैं सरकार ने डॉ. सुमित दुबे को प्रतिनियुक्ति पर ऊना भेज दिया है। वह 15 दिन के लिए यहां आ रहा है। उम्मीद है डॉ. सुमित शुक्रवार को यहां ज्वाइन कर लेंगे।