बेहड़-भटेहड़ की समस्याओं का नहीं हुआ हल
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी चिंतपूर्णी क्षेत्र के बेहड़-भटेहड़ गांव में समस्याएं बरकरार हैं। बात चाहे स
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी
चिंतपूर्णी क्षेत्र के बेहड़-भटेहड़ गांव में समस्याएं बरकरार हैं। बात चाहे सड़कों की हो, यातायात व्यवस्था या फिर पेयजल व्यवस्था की, गांव हर तरफ से पिछड़ा हुआ नजर आता है।
भटेहड़ बस्ती को जाने वाली सड़क व रास्ते की दुर्दशा इस हकीकत को खुद बयां करती है। वहीं, गांव के आम रास्तों की सुध भी आज तक किसी ने नहीं ली। क्षेत्र के बड़े गांवों में गिने जाने वाले इस गांव की बरेट वस्ती के लिए कोई परिवहन सेवा नहीं है। वहीं, भटेहड़ के मुख्य मार्ग जौड़बड़-दौलतपुर रूट पर आबादी के हिसाब से बस सेवा नहीं है। गांव के लिए चलने वाली एकमात्र मुद्रिका बस के समय में भी बदलाव की मांग स्थानीय लोग लम्बे समय से कर रहे हैं। गांव में स्वास्थ्य सेवा के नाम पर कुछ नहीं है। मरीजों को आपातकाल में दौलतपुर या शीतला मंदिर के स्वास्थ्य केन्द्र पर निर्भर रहना पड़ता है। वहीं, गांव में पेयजल समस्या से भी लोगों को दो-चार होना पड़ता है। वार्ड नम्बर दो व बरेट बस्ती में गर्मी के मौसम में पेयजल की भारी दिक्कत का समाना आम जनता को करना पड़ रहा है। बरेट बस्ती के नलों में पानी आए हुए कई बार तो लम्बा अरसा बीत जाता है। स्थानीय लोगों सुभाष कुमार, दलजीत सिंह, कश्मीर सिंह, राम पाल, महेश कुमार, सुरजीत सिंह, गौरव और मनोहर लाल ने प्रशासन व सरकार से आग्रह किया है कि गांव में आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चत बनाई जाएं।