भाजपा नेताओं ने ली न्यायालय से स्थायी जमानत
संवाद सहयोगी, अम्ब : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगाते हुए उनका पुतला जलाने पर भाजपा नेताओं के विरूद्ध पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले में पुलिस ने न्यायालय में चालान पेश कर दिया है।
पूर्व विधायक बलवीर चौधरी व भाजपा नेता सुशील कालिया सहित करीब दस भाजपा नेता शनिवार को अम्ब न्यायालय में पेश हुए। यहां से पुलिस द्वारा जबरन रास्ता रोकने के आरोपी बनाए गए तमाम भाजपा नेताओं ने स्थायी जमानत ले ली है। स्थायी जमानत लेने के बाद मीडिया से रूबरू हुए पूर्व विधायक बलवीर चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र में आवाज बुलंद करने का सभी को अधिकार है, लेकिन प्रदेश सरकार राजनीतिक प्रतिशोध के कारण अपने विरोधियों की आवाज दबाने पर उतारू है। इस काम के लिए पुलिस बल का सहारा लिया जा रहा है। मीडिया में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर आय से अधिक संपत्ति होने के कई आरोप लगे। यहां तक कि वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी मुख्यमंत्री पर इस्पात मंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार करने के संगीन आरोप लगाते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में अपील दायर की। इसी कारण भाजपा नेताओं द्वारा अपना विरोध प्रकट करने के लिए छह जनवरी को दौलतपुर चौक में विरोध-प्रदर्शन किया था और मुख्यमंत्री का पुतला जलाया था। प्रदेश सरकार को यह रास नहीं आया और पुलिस के माध्यम से विरोध-प्रदर्शन में शामिल भाजपा नेताओं पर जबरन रास्ता रोकने का झूठा केस तक दायर करवा दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पुलिस बल का प्रयोग अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्धियों को दबाने के लिए कर रही है और उन्हें तो विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार को आगाह किया कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को दबाने के लिए पुलिस बल का प्रयोग न करे अन्यथा जो परंपरा सत्तारूढ़ दल द्वारा डाली जा रही है, उसका समय आने पर माकूल जवाब भी दिया जाएगा। शनिवार को न्यायालय से बलवीर चौधरी, सुशील कालिया, प्रोमिला ठाकुर, भाजपा मंडल अध्यक्ष राम मूर्ति शर्मा, गुलाम मोहम्मद सहित करीब दस भाजपा पदाधिकारियों को स्थायी जमानत मिली है।