टाहलीवाल के शहरीकरण पर आम सहमति का प्रयास
संवाद सहयोगी, टाहलीवाल : औद्योगिक नगरी टाहलीवाल के शहरीकरण के लिए प्रशासन अब लोगों को राजी करने के लिए जागरूकता अभियान चलाएगा। मंगलवार को इस सिलसिले में टाहलीवाल की नंगल कलां पंचायत की आम सभा हुई थी, जो बेनतीजा रहा। बैठक में पंचायत के मुखिया समेत कई लोग टाहलीवाल औद्योगिक नगरी के शहरीकरण के पक्ष में नहीं थे।
जिले में सबसे तेज औद्योगिक हब के तौर पर विकसित हो रहे टाहलीवाल कस्बे के शहरीकरण को लेकर सरकार ने आस नहीं छोड़ी है। स्थानीय विधायक ने टाहलीवाल में मजदूर दिवस के उपलक्ष्य में जनसभा में पहुंचे शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा से क्षेत्र के लिए नगर परिषद एवं पंचायत की मांग की थी। इस मांग के बाद शहरी विकास मंत्री ने हामी भरी थी और उसी समय यह प्रक्रिया भी शुरू हुई। फलस्वरुप अब स्थानीय लोगों की सहमति भी ली जानी थी। हालांकि अधिकांश उद्यमी शहरीकरण के पक्ष में थे, लेकिन ग्रामीण कई तरह के शुल्क लागू होने के भय के चलते अभी तक राजी नहीं हो पाए हैं।
मंगलवार को इस मसले पर काफी तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। कुछ लोग ग्रामीणों को शहरीकरण के फायदे को लेकर समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन कई इसकी खिलाफत करते रहे। ऐसे में अधिकारियों को भी बैरंग लौटना पड़ा और आम सभा की बैठक को टालना पड़ा। बताया जा रहा है कि अब प्रशासन ने ग्रामीणों और विरोध करने वाले लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया है। इसके तहत ग्रामीणों को शहरीकरण से होने वाले फायदे के बारे में जानकारी दी जाएगी। हालांकि मंगलवार को भी कई लोग इस कस्बे के शहरीकरण किए जाने के पक्ष में थे, लेकिन बहुमत के लिए जो आंकड़ा चाहिए था वह पूरा नहीं हो पाया था। काफी हंगामा होने के बाद पंचायत अधिकारी ने बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। उधर इस मसले पर बन चुके दोनों धडे़ अपने-अपने फैसले पर अडिग हैं।
बीबीटी औद्योगिक एसोसिएशन के प्रधान पवन ठाकुर का कहना है कि शहरीकरण के पक्ष में अधिक लोगों का रुझान है। लगभग इस मामले में सहमति हो गई है। वहीं खंड विकास अधिकारी जेएस राणा का कहना है कि इस मामले में लोगों की आम सहमति बनाने के लिए उन्हें जागरूक किया जाएगा। लोगों में कुछ भ्रांतियां हो सकती हैं, जिन्हें दूर करने का प्रयास होगा।