दवा विक्रेताओं की हड़ताल से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
जिला के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों को विभाग से सर्कुलर जारी किए गए है ताकि हड़ताल से मरीजों को दिक्कत न हो।
सोलन, संवाद सहयोगी। अखिल भारतीय राष्ट्रीय दवा विक्रेता संघ के आह्वान पर 30 मई को दवा विक्रेताओं की देशव्यापी हड़ताल से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने इंतजाम कर लिए हैं। दवा विक्रेता संघ ऑनलाइन फार्मेसी व दवा खरीद के लिए ई-पोर्टल का विरोध कर रहे हैं। दवा की दुकाने बद रहने से मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में हड़ताल से निपटने के इंतजाम कर लिए है। जिला के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों को विभाग से सर्कुलर जारी किए गए है ताकि हड़ताल से मरीजों को दिक्कत न हो।
सोलन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके दरोच ने बताया कि दवा विक्रेताओं की हड़ताल को देखते हुए जिले के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए गए है। मरीजो को रूटीन वाली सारी दवाएं अस्पतालो ंसे ही दी जाएगी। विभाग के अस्पतालों में दवाओ की कमी नही है। मरीजों को इससे घबराने की जरूरत नही है।
कैमिस्टों को दबाने का प्रयास
दवा विक्रेता संघ के जिलाध्यक्ष वीरेद्र सूद ने कहा कि हड़ताल से मरीजों को समस्याएं न हो इसके लिए संघ ने जिला स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर जानकारी दे दी थी। मरीजों के लिए आपातकालीन दवाओं का इंतजाम दो दिन में विभाग को कर लेना चाहिए था। सरकार कैमिस्टों को दबाने का प्रयास कर रही है। संघ मुख्य तौर पर कंपनियो की ओर से ऑनलाइन दवाओ की बिक्री व दवाओ की खरीद-फरोख्त के लिए जो ई-पोर्टल बनाया गया है उसका विरोध करता है। इससे छोटे-छोटे कैमिस्टो को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि ई-पोर्टल बनने से आपातकालीन दवाओं की आपूर्ति कर पाना संभव नही होगा। सरकार इसे पहली जुलाई से शुरू करने जा रही है लेकिन संघ इसका विरोध करता है।
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