मौसम में आया बदलाव, बागवानों के चेहरों पर आई रौनक
जागरण संवाददाता, सोलन : मौसम में बदलाव के बाद बागवानों को अब आस जग गई है कि गुठलीदार फल अब जल्द ब
जागरण संवाददाता, सोलन : मौसम में बदलाव के बाद बागवानों को अब आस जग गई है कि गुठलीदार फल अब जल्द बाजार में आ सकते हैं। पिछले दिनों हुए हिमपात वबारिश से बढ़ी ठंड के कारण फसल करीब 20 दिन से लेकर एक महीने तक देरी से आने की विशेषज्ञों ने बात कही थी। अब मौसम में बदलाव से डेढ़ दो सप्ताह देरी से ही फसल बाजार में उतर सकती है। पिछले दिनों मौसम का रूख देखकर बागवान भी चितिंत हो गए थे लेकिन अब बागवानों के चेहरों पर रौनक आ गई है। प्रदेश के ऊपरी इलाकों में प्लम, खुर्मानी व आड़ू सहित अन्य फल तैयार होते हैं। बीते वर्ष इन फलों के बागवानों को बेहतर दाम मिले हैं जिससे इस बार सर्दियों में इनके पौधे बागवानों ने बड़े पैमाने पर बगीचों में रोपे। इसके अलावा नाशपाती की फ्लॉवरिंग भी ठंड से प्रभावित हुई थी जो अब मौसम में बदलाव से पटरी पर लौटने लगी है। चायल के बागवान हेमराज ठाकुर, सुंदर लाल, प्रेम ठाकुर, देवठी के गौरव भारद्वाज, पवन ने बताया कि अब फ्लॉवरिंग का क्रम निपटने के साथ बगीचों में पेड़ों पर फलों की सेटिंग होने लगी है। मौसम का रूख बदलने से उम्मीद है कि इस बार फसल तो कुछ देरी होगी, लेकिन फासला महज डेढ़ दो सप्ताह का रहेगा। पवन ने कहा कि पिछले दिनों तो हालात देखकर अपना और परिवार का पेट पालने की भी चिंता सताने लगी थी।
मौसम में बदलाव का गुठलीदार फलों के उत्पादन पर असर पड़ेगा। इनके बाजार में उतरने का समय आगे तो खिसकेगा, लेकिन इतना अधिक नहीं। यदि आगे भी मौसम ऐसा रहा तो बागवानों को कोई नुकसान नहीं होगा।
डॉ. एमएल धीमान, उपनिदेशक, बागवानी विभाग